- सिसवन के इतिहास में लूट की यह पहली घटना
- अपराधियों में पुलिस प्रशासन का नहीं है कोई भय
परवेज अख्तर/सिवान: स्थानीय बाजार में शनिवार की दोपहर दिनदहाड़े महालक्ष्मी ज्वेलर्स में हुई लूट के बाद से स्थानीय व्यवसाईयों में डर समा गया है। क्योंकि लूटकांड के दूसरे दिन भी पुलिस को अपराधियों का कोई सुराग हासिल नहीं हुआ है। बाजार के दुकानदारों का कहना है कि सिसवन के इतिहास में लूट की यह पहली घटना हुई है। जब दिनदहाड़े अपराधी किसी दुकान में लूटपाट कर आराम से चलते बने हैं। इस लूट के बाद से इलाके के सभी व्यवसायी डरे-सहमे हुए है। कहना है कि यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। जब बाजार में आकर अपराधी लूट की घटना को अंजाम देकर आसानी से निकल सकते हैं तो गांव-देहात का क्या हाल होगा। इलाके के अपराधियों में पुलिस प्रशासन का कोई भय नहीं है। बाजार से थाने की दूरी महज 5 से 7 सौ मीटर है। बावजूद अपराधी आराम से घटना को अंजाम देकर चले गए। बताते हैं कि ग्यासपुर से सिसवन काली स्थान के बीच की जगह लुटेरों के लिए सेफ जोन बना हुआ है। पुलिस काली स्थान के पास गाड़ी लगाकर गश्ती करती है। फिर भी अपराधी अक्सर लूट की घटना को लगातार अंजाम दे रहे हैं। 19 सितंबर व 5 अक्टूबर को लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। छह माह पहले चैनपुर पेट्रोल पंप के पास बंधन बैंक में भी अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। इन घटनाओं को अंजाम देने वाला कोई भी अपराधी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। इधर डीएसपी जितेंद्र पाण्डेय देर शाम सिसवन आकर घटना की जानकारी ली। पूछने पर बताया कि जांच की जा रही है। जांच के बाद ही अपराधियों के बारे में कुछ कहा जा सकता है।
जेवर व्यवसाई ने दर्ज कराई एफआईआर
महालक्ष्मी ज्वेलर्स के संचालक महेश प्रसाद ने रविवार की सुबह लूट की एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर चार अज्ञात अपराधियों को आरोपित किया है। पुलिस को दिए गए आवेदन में महेश प्रसाद ने कहा है कि चार की संख्या में अपराधी दुकान पर पहुंचे। इसके बाद लूट की घटना को अंजाम देकर भाग गए। 2 लाख 15 हजार रुपये मूल्य के सोने-चांदी के जेवर समेत कई कीमती सामान लूटकर ले गए हैं।