- कलेक्ट्रेट में डीएम से मिलने पहुंचे हार्डवेयर व्यवसाई
- गलत तरीके से दर्ज एफआईआर वापस लेने की मांग
- बोले, विभाग ने लाइसेंस निर्गत नहीं किया
परवेज अख्तर/सिवान: खनन विभाग द्वारा बिना नोटिस किए छापेमारी और एफआईआर दर्ज करने को लेकर हार्डवेयर व्यवसाईयों में गुस्सा है। इसके विरोध में जिले के रघुनाथपुर, हसनपुरा व हुसैनगंज समेत अन्य जगहों के दर्जनों हार्डवेयर व्यवसाई शुक्रवार को डीएम अमित कुमार पांडेय से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान व्यवसाईयों ने आरोप लगाया कि खनन विभाग मनमाने तरीके से जुर्माना लगाने के साथ ही एफआईआर दर्ज की जा रही है। विभाग ने लाइसेंस निर्गत नहीं किया है। डीएम से इस मामले पहल कर गलत तरीके से दर्ज एफआईआर व अर्थदंड को वापस लेने का आदेश देने की मांग की गई। व्यवसाईयों ने बताया कि हम सभी हार्डवेयर व्यवसाई निर्माण कार्य में लगने वाले सामग्री के साथ ही बालू व गिट्टी खरीद कर खुदरा बेचते हैं। बताया कि पूर्व में विभाग ने बालू व गिट्टी बेचने के लिए किसी तरह की वैधता की जानकारी नहीं दी थी। साथ ही विभाग द्वारा किसी तरह का कोई प्रमाणपत्र भी निर्गत नहीं किया गया था। व्यवसाईयों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से खनन विभाग समेत अन्य अधिकारी छापेमारी कर न सिर्फ बालू व गिट्टी को जब्त कर ले रहे हैं, बल्कि एफआईआर भी दर्ज कर रहे हैं, जिस कारण से हार्डवेयर व्यवसाईयों की परेशानी बढ़ गई है। डीएम से मिलने वालों में चकरी के जयप्रकाश सिंह व दिलीप कुमार, रघुनाथपुर के प्रताप मनमोहन सिंह व वीरेन्द्र चौरसिया, हसनपुरा के मो. इरशाद व सुनील कुमार सूरापुर के मनोज पांडेय, कमलेश चौहान, सरेया के योगेंद्र यादव, गोपालपुर के नंदकिशोर गुप्ता व सहुली के सुनील यादव थे।