- आने वाले त्योहारों में व्यवसाय बढ़ने से हो सकती है व्यवसायियों की नुकसान का भरपाई
- प्रवासी मजदूर लौटने लगे अपने प्रदेश
परवेज अख्तर/सिवान: कोरोना संक्रमण वैश्विक महामारी के कारण तकरीबन 6 माह से लोगों की जिंदगी थम गई थी. लेकिन अब अनलॉक- होने से जिले के बाजार के मजबूत होने की उम्मीद है .और धीरे धीरे लोगो की जिंदगी पटरी पर आने लगी गई है.वही कारोबार बढ़ेगा तो व्यवसाइयों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगी तब दुकान के स्टॉफ को मानदेय देने , बिजली बिल भुगतान करने , कमरे का किराया देने , घर का खर्च चलाने आदि की चिंता दूर हो जाएगी. बच्चों व परिवार के अन्य सदस्यों की जरूरतें भी पूरी होने लगेंगी. इन सभी की भरपाई के लिए पैसे की आवश्यकता है.जब बाजारों में बिक्री बढ़ेगी तभी इसका भरपॉइ की जा सकती है.इस संबंध में ब्यवसाई मज अग्रवाल ने कहा कि अब तो शादी – विवाह भी समाप्त होने वाला है अब फिर अक्टूबर से शहनाई बजेगी. इसी माह मे सावन आने वाला है , अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू होगा.विजयादशमी मनाई जाएगी. फिर नवंबर माह में दीपावली व छठ पूजा होगी .इन सब त्योहारों व शादी – विवाह में शहर व ग्रामीण क्षेत्र का कारोबार बढ़ने की उम्मीद है.
शादी के दौरान हर किसी को वर – वधू को गिफ्ट देने तथा रिश्तेदारों के घर में नेवता देने के लिए सामग्री की खरीदारी करनी होती है. इसमें खासकर सोना – चांदी के आभूषण , कपड़ा , शृंगार सामग्री आदि देना होता है.नवरात्र व दशहरा के लिए पूजा सामग्री की खरीदारी जरूरी हो जाती है.अभी धार्मिक स्थल बंद हैं .लेकिन , श्रद्धालु घरों में कलश स्थापित कर पूजा – पाठ नौ दिनों तक करते हैं. इस दौरान पूजा सामग्री की खरीदारी करनी होती है.दीपावली में हर कोई अपने घर आंगन व प्रतिष्ठान को चकाचक कर जगमग करते हैं. इसको लेकर पहले से ही घर व प्रतिष्ठानों की साफ – सफाई शुरू करा दी जाती है. रंग – रोगन भी किया जाता है .
इसके लिए रंग – पेंट आदि की खरीदारी करनी होती है.इसके पहले धनतेरस का बाजार सजता है. धनतेरस में बर्तन , वाहन , आभूषण आदि की खरीदारी भी खूब होती है . तब बाजार में खरीदारों की भीड़ देखते बनती है.इसमें पूरे जिले में करोड़ों से अधिक रुपयों का कारोबार होता है. इसके बाद छठ का बाजार सजेगा. व्रती पूजा सामग्री की खरीदारी करेंगे. इन सभी त्योहारों के बाद व्यवसायियों की जिंदगी बेहतर रूप से पटरी पर आएगी क्योंकि बीते 6 महीने में व्यवसायियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है.