परवेज अख्तर/सिवान: सीवान शहर में जिले के स्थापना के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम श्रीराम कथा के आयोजन ने इतिहास रच डाला।परंतु जिले में सकारात्मकता,समरसता और संचेतना के प्रसार के उद्देश्य से पूज्य राजन जी महाराज के श्रीमुख से आयोजित नौ दिवसीय कथा के विश्राम सत्र के दिन भावुकता की बयार बह चली। जहां पूज्य राजन जी महाराज आयोजन समिति के सदस्यों के समर्पित प्रयास से अभिभूत दिखे वहीं आयोजक भी धन्यवाद ज्ञापित करते समय भावुक होते दिखे। विश्राम सत्र के दिन गांधी मैदान में आस्था का अपार समूह उमड़ पड़ा।
इस अवसर पर आयोजित महाभंडारे में हजारों लोगों ने महाप्रसाद का भी आनंद लिया।विश्राम सत्र के दिन पूज्य राजन जी महाराज ने सुंदर काण्ड से लंका काण्ड तक के प्रसंगों का उल्लेख किया। पूज्य राजन जी ने कहा कि यदि हम धर्म और सत्य की मार्ग पर चलते हैं तो ईश्वर हमारी सहायता करते हैं। हमें सिर्फ अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए। फल देना तो ईश्वर का काम है। जो काम ईश्वर के द्वारा किया जाता है वह काम दिव्य होता है, शानदार होता है।पूज्य राजन जी ने कहा कि सुंदर काण्ड हर तरह से सुंदर है। इसलिए इसका हमेशा श्रवण करना चाहिए। सुंदर काण्ड का हर प्रसंग जीवन के लिए बड़ा संदेश देता है। सुख दुख जीवन में आते रहते हैं।
मां जगदम्बा के जीवन में भी दुख की घड़ी आई थी। इसलिए दुख के समय धैर्य रखना और भगवान में विश्वास रखना बड़ी ताकत बन जाते हैं। जीवन में अभाव हो तो भगवान को याद करने का स्वभाव बन जाता है। जब हम भगवान को याद करते हैं तो सकारात्मक ऊर्जा सृजित होती है।विश्राम सत्र के लिए पूज्य राजन जी के कथा स्थल पर आने पर भव्य स्वागत किया गया। महावीरी मंदिर विजयहाता के छात्र छात्राओं ने इस अवसर पर आकर्षक तरीके से बैंड बजाया। समिति के सदस्यों ने कतारबद्ध होकर पूज्य राजन जी का पुष्पवर्षा से स्वागत किया। विश्राम सत्र के दिन कोई दैनिक यजमान नहीं था। श्रीराम कथा के स्थाई यजमान रूपेश कुमार, डॉक्टर रामा जी चौधरी ने आरती में भाग लिया। अतिथियों के रूप में डॉक्टर अशोक कुमार, डीपीओ श्री दिलीप कुमार आदि उपस्थित रहे। पूज्य राजन जी ने विश्राम सत्र के समापन पर आयोजकों की भूरि-भूरि प्रशंसा किया। उन्होंने कहा कि पहली बार कोई कथा आयोजन समिति देखी जिसका हर सदस्य कहता है कि मैं तो कुछ कर ही नहीं रहा हूं।
उन्होंने श्रीराम कथा आयोजन समिति के संरक्षक डॉक्टर शशिभूषण सिन्हा, प्रोफेसर अशोक प्रियम्वद, अध्यक्ष डॉक्टर रामेश्वर कुमार, स्वागताध्यक्ष डॉक्टर शरद चौधरी,सह स्वागताध्यक्ष डॉक्टर राजन कल्याण सिंह और डॉक्टर राम इकबाल गुप्ता, संयोजक विजय जादूगर, सहसंयोजक नंद कुमार द्विवेदी, कोषाध्यक्ष प्रेमशंकर सिंह, आध्यात्मिक सलाहकार रंगनाथ उपाध्याय, महामंत्री डॉक्टर राकेश तिवारी, प्रवक्ता राजेश पांडेय, सदस्यगण दीपक सिंह, गणेश दत्त पाठक, विजय कुमार पांडेय आदि को कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दी और मंगलाशीष प्रदान किया।डॉक्टर शरद चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए श्री राम कथा आयोजन समिति के सदस्यों के साथ प्रशासन,मीडिया को भी सहयोग के लिए धन्यवाद प्रेषित किया। इस अवसर पर समाजसेवी जीवन यादव द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन रखा गया था जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद का आनंद लिया।