परवेज अख्तर/सिवान: सिविल कोर्ट सिवान के वरीय अधिवक्ता दीप नारायण राय के आकस्मिक निधन की सूचना पर सिविल कोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं के बीच शोक की लहर व्याप्त हो गई। परंपरा का निर्वहन करते हुए अधिवक्ताओं ने अपने को न्यायिक कार्य से अलग रखा। शोक व्यक्त करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि अधिवक्ता दीपनारायण सिविल के अच्छे अधिवक्ता थे तथा वे बिहार सरकार द्वारा सरकारी वकील के पद भी सुशोभित कर चुके थे। वे नियमित एवं कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति थे। गुरुवार को अधिवक्ताओं में दीपनारायण राय की असामयिक निधन की चर्चा अभी थी नहीं थी तभी व्यवहार न्यायालय में कार्यरत वरीय अधिवक्ता तारकेश्वर प्रसाद सिंह के भी निधन की सूचना आने से अधिवक्ताओं में और भी मायूसी छा गई। वरीय अधिवक्ता तारकेश्वर प्रसाद सिंह गत दो दिन पूर्व मंगलवार को व्यवहार न्यायालय में अपनी कार्य को संपादित कर घर लौटे थे। घर पर परिवार एवम अन्य सदस्यों के साथ मिल बैठकर गपशप भी किया।
शहर के समाचार की जानकारी भी ली। रात में उन्हें बीपी बढ़ जाने के कारण लकवा का अटैक हुआ। आनन-फानन में उन्हें पटना ले जाया गया जहां एक दिन अचेतन अवस्था में रहने के बाद ब्रेन हेमरेज होने के कारण उनका निधन हो गया। गुरुवार की दोपहर करीब दो बजे उनका पार्थिव शरीर आया तो अधिवक्ताओं के बीच मातम का माहौल स्थापित हो गया। रामदेव नगर स्थित उनके आवास पर अधिवक्ताओं की भीड़ उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ी। रामदेव नगर स्थित घाट पर उनका अंतिम संस्कार भी किया गया। सूचना के निर्वहन के अंतर्गत अधिवक्ताओं द्वारा कोई न्यायिक कार्य नहीं किया जाता है। ऐसी परिस्थिति में शुक्रवार को भी अधिवक्तागण अपने वरीय अधिवक्ता तारकेश्वर प्रसाद सिंह के शोक में न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे।