परवेज अख्तर/सिवान: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को जिले में धरातल पर उतारने की तैयारी शुरू हो गई है। बिहार शिक्षा परियोजना जिला इकाई द्वारा जिला परिषद सभागार में गुरुवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। समग्र शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अवधेश कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का विधिवत रूप से उद्घाटन किया। कार्यशाला का संचालन नई शिक्षा नीति के विशेषज्ञ सह विशेष प्रशिक्षक अरविंदो सोसायटी के स्टेट समन्वयक विनीत भट एवं सुमन सौरभ द्वारा किया गया। कार्यशाला में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की आवश्यकता, बच्चों की जरूरत एवं इसकी उपयोगिता पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।
स्टेट समन्वयक विनीत भट एवं सुमन सौरभ ने संयुक्त रूप से बताया कि बच्चों की गुणवत्तापूर्ण विद्यालयी शिक्षा को सशक्त बनाने के उद्देश्य से नई शिक्षा नीति पर वर्ष 2015 से की काम चल रहा था, 2020 में केंद्रीय कैबिनेट से स्वीकृति मिली। नई शिक्षा नीति के तहत फाउंडेशन स्टेज पहले तीन साल आंगनबाड़ी व प्राइमरी स्कूलों में प्री स्कूलिंग होगी। अगले दो साल कक्षा एक व कक्षा दो की पढ़ाई होगी। एक्टिविटी आधारित नया पाठ्य्रम तैयार होगा। प्री प्रेटरी स्टेज में कक्षा तीन से पांच तक प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान, गणित, कला आदि विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी।
आठ से 11 वर्ष तक के बच्चे इसमें शामिल होंगे। मिडिल स्टेज में कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई कक्षाओं में विषय आधारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। कक्षा छह में कौशल विकास के कोर्स भी शुरू होंगे। सेकेंडरी स्टेज कक्षा नौ से 12 तक की पढ़ाई दो चरणों में होगी। इसमें विषयों का गहन अध्ययन कराया जाएगा। इसमें छात्रों को विषय चुनने की आजादी होगी। उन्होंने स्कूली शिक्षा के लिए मानक, स्कूल काम्पलेक्स, कलस्टर का निर्धारण आदि की विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में सभी प्रखंडों क प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड साधनसेवी, शिक्षाविद्, विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक उपस्थित थे।