2 अगस्त को बिना सूचना गायब होने पर प्राचार्य ने लिपिक से पूछा था स्पष्टीकरण
परवेज अख्तर/सिवान: जिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय (डायट) सीवान के प्रभारी प्राचार्य द्वारा एक दिन पूर्व लिपिक सहित अन्य कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछने के विरुद्ध बुधवार को कर्मी मुखर हो गए और डायट के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्मी लिपिक कमलेश पाठक, रवि रंजन ठाकुर, डाटा ऑपरेटर नीरज कुमार सिंह, राम कुमार व परिचारी सुवासनी देवी, निरंजन सहाय व जयमंगल आजाद का आरोप था कि प्राचार्य पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कार्रवाई का कार्य कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्मियों ने मीडिया को बताया कि हम सभी सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक कार्यालयीय कार्य करते हैं. जबकि प्राचार्य मौखिक आदेश देकर कार्यालय के कार्य को प्रभावित करते हैं. संस्थान में दो लिपिक हैं, जबकि प्राचार्य द्वारा दोनों के बीच कार्यों का बटवारा नहीं किया गया है. प्राचार्य को आरोपित करते हुए कर्मियों ने कहा कि पूर्व के वरीय लिपिक ब्रजेश्वर कुमार के विरूद्ध गलत मंशा से लिखते रहे हैं.
जबकि ब्रजेश्वर कुमार द्वारा प्राचार्य को प्रभार नहीं दिया गया है, ऐसी स्थिति में संस्थान के खाता से किस तरह राशि निकाल कर खर्च किया जाता है. कर्मियों ने कहा कि यदि प्राचार्य संस्थान की व्यवस्था सुधारना चाहते हैं तो बोयोमीटरिक हाजिरी लगाया जाय ताकि काई बीच में कार्य छोड़कर नहीं भागे. जबकि प्राचार्य स्वयं प्रतिदिन विलंब से आते हैं. वहीं किसी दिन सुबह में उपस्थिति बनाकर स्वयं कार्यालय से बाहर रहते हैं, और अपने पक्ष के व्याख्याताओं को भी ऐसा करने को प्रेरित करते हैं. इधर प्रभारी प्राचार्य राहुल कुमार पटेल ने बताया कि कर्मी संस्थान की व्यवस्था सुधारने के पक्ष में नहीं है. 2 अगस्त को बिना सूचना लिपिक महाविद्यालय से चले गए थे. वे ऐसा अक्सर करते आ रहे हैं, जिससे कार्य निष्पादन में अड़चन पैदा हो रही है. इसी संबंध में उनसे स्पष्टीकरण पूछा गया है. जिसके बाद किसी के बहकावे में आकर कर्मी ऐसा गलत आरोप लगा रहे हैं, और विरोध कर रहे हैं.