- भारत की आजादी का संघर्ष एवं मौजूदा चुनौतियां विषय पर सेमिनार में बोले जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष
- आजादी लीज में नहीं मिली, चापलूसी से पद मिलता है, आजादी नहीं
- देश, संविधान व विरासत को बचाने के लिए हंसते हुए करेंगे संघर्ष
- 40 मिनट के संबोधन में देश के मौजूदा हालात पर की चर्चा
- 03 री बार सीवान की यात्रा पर आए कन्हैया कुमार
परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ: सच सच होता है, झूठ-झूठ होता है, सच पर से भरोसा उठने नहीं दें। आज जिनसे वर्तमान नहीं संभल रहा हो, वह इतिहास बदलने की बात कर रहे हैं। शहर के सिसवन ढाला बस स्टैंड परिसर में शनिवार को जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कन्हैया कुमार ने यह बातें कही। वे भारत की आजादी का संघर्ष एवं मौजूदा चुनौतियां विषय पर आयोजित सेमिनार में अपनी बात रख रहे थे। कहा कि आजादी लीज में नहीं मिली है, चापलूसी से पद मिलता है, आजादी नहीं, भीख में पुरस्कार मिलता है, आजादी नहीं। समस्याओं से आजादी चाहते हैं, लेकिन संघी क्या जानें आजादी का स्वाद। कन्हैया कुमार ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने कहा था कि जो पीढ़ी अपना इतिहास भुला देती, उसका भविष्य सुरक्षित नहीं रहता, इसे आज समझने की जरूरत है। देश से जो लोग अपना हिस्सा लेकर अलग हो गए, उनका नाम लेकर हमें तोड़ने की जो साजिश हो रही जो खतरनाक है।
कांग्रेस पार्टी की सदस्यता लेने की चर्चा करते हुए कहा कि क्रिकेट व कांग्रेस ऐसे विषय हैं, जिस पर बात करने के लिए इतिहास जानने की जरूरत नहीं। जिसे देखो वहीं इस पर अपनी राय दे देता है। लोगों से अपनी विरासत को बचाने की अपील करते हुए अपना नजरिया बदलने पर जोर दिया। कहा, देश, संविधान व विरासत को बचाने के लिए हंसते हुए संघर्ष करेंगे। सीवान में यह उनकी तीसरी यात्रा है। बिहार के गौरवशाली इतिहास कि चर्चा करते हुए कहा कि लोगों के साथ संवाद कायम कर उनको यहां की विरासत की याद दिलाना चाहते हैं। यह लड़ाई किसी पार्टी को बचाने, सत्ता में लाने या मुख्यमंत्री बनाने की नहीं है। जिस पार्टी ने कांग्रेस पार्टी एक ऐसी पार्टी है, जिसने हर वर्ग को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। जिसने देश को आजादी दिलाई, वही पार्टी देश को बचा भी सकती है। इससे पहले डॉ. एमडी शदाब व अधिवक्ता अजय त्रिपाठी ने अतिथियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के संयोजक डॉ. के एहतेशाम अहमद ने किया।
हमारी नाकामियों की वजह से उन्हें मिली कामयाबी
आजादी का संघर्ष एवं मौजूदा चुनौतियां विषय पर आयोजित सेमिनार में अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव व कदवा विधायक डॉ. शकील अहमद ने कहा कि आज जिस तरह के हालात पैदा किए गए हैं, उसके लिए जिम्मेदार हम हैं। हमारी नाकामियों की वजह से उन्हें कामयाबी मिली है। कहा कि शहर के दाहा नदी पुल को लेकर एक ओर स्थानीय नेता आंदोलन करेंगे दूसरी तरफ विधानसभा में वह अपनी जुबान चलायेंगे। सेमिनार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. विधुशेखर पांडेय, शिवधारी दुबे, एसएम फजलेहक, कमलेश कुमार सिंह व रंजीत कुमार ने संबोधित किया। मौके पर सुशील कुमार, जमाल अहमद, जावेद अशरफ खान, गणेश राम, ईद मोहम्मद, गोरखनाथ पांडेय, शमीम अहमद खान, रुदल बागी, शाहिद सुल्तान, सैयद जफर इमाम, अनवर हुसैन, अल्ताफ हुसैन, तहसीन किबरिया, अली हुसैन, अहमद सईद, मौलाना शमीम तुराबी, हाफिज जुबैर आसिम, अबरार रौनक, देवानंद पांडेय, केशव कुमार, जावेद अली, अजीत उपाध्याय, जवाहर राम, सैयद गुलाम मेंहदी, गुलाम हैदर, फिरोज खान, एहसान अहमद, सैफ अली, तारिक जफर गनी थे।