परवेज अख्तर/सिवान: राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में सीवान के रहने वाले कृष्णा तिवारी, उनकी पत्नी और उनके दो बच्चों की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई। वारदात को मकान मालिक पूर्व फौजी ने अंजाम दिया। पूर्व फौजी का आरोप है कि बहू का किराएदार कृष्णा तिवारी से अवैध संबंध था। किराएदार और उसके परिवार की हत्या से पहले रिटायर्ड फौजी ने अपनी बहू की भी हत्या कर दी। फौजी ने पुलिस के सामने गुनाह कबूल करते हुए अपने सिर पर सवार खूनी सोच को बयां किया। फौजी ने कहा कि बहू, किरायेदार और उसकी पत्नी को मौत के घाट उतारने के बाद उसने सोचा कि किरायेदार के बच्चे अगर बच गए तो उनकी परवरिश कौन करेगा। इसके बाद उसने दोनों छोटे बच्चों को भी मार डाला।
सीवान जिले के मैरवा थाना इलाके के बयास तिवारी के 45 वर्षीय बेटे कृष्णा तिवारी अपने परिवार के साथ गुरुग्राम में रहते थे। वे राजेंद्र पार्क बस्ती एरिया में राव साहब नाम के एक रिटायर्ड फौजी के यहां किराए के मकान में रहते थे। मृतक कृष्णा तिवारी इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद गुरुग्राम की एक कंपनी में मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव के पद पर तैनात थे। जहां लॉकडाउन के कारण उनकी नौकरी चली जाने के बाद अपने गांव लौटे। कुछ दिनों तक घर पर रहे। 9 अगस्त को अपने परिवार के साथ दिल्ली गए थे। जहां से 10 अगस्त को गुरुग्राम स्थित अपने किराए के मकान में पहुंचे थे।
कृष्णा तिवारी दो भाई थे। उनके बड़े भाई की मौत 2005 में हो चुकी है। वहीं, कृष्णा तिवारी के मौत के बाद उनके दिव्यांग पिता बयास तिवारी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बयास तिवारी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। वे चल फिर नहीं सकते हैं। सिर्फ एक ही जगह रहते हैं। मृतकों में कृष्णा तिवारी (45), उनकी पत्नी अनामिका तिवारी (38), बेटी सुरभि (9) और छोटी बेटी विधि तिवारी (3) शामिल हैं।
रिटायर्ड फौजी ने आधे घंटे के अंदर ही पांचों लोगों के कत्ल का अंजाम दिया। इसके बाद खुद ही थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। पूछताछ में उसने बच्चों के कत्ल को लेकर अपनी सफाई दी कि उनकी परवरिश के लिए कोई नहीं बचा था इसलिए उनको भी मार डाला।
आधे घंटे के अंदर पांच हत्याएं
पुलिस के सामने आरोपी रिटायर्ड फौजी राय सिंह ने बताया कि इस साल जनवरी में अपनी बहू को किरायेदार कृष्णा तिवारी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। वह तभी से दोनों को खत्म कर देना चाहता था। लेकिन तब उसने यह कदम नहीं उठाया। अलबत्ता उसका शक लगातार जारी रहा। उसे लगता रहा कि दोनों के बीच नाजायज संबंधों का सिलसिला लगातार जारी है।
बेटे को भेज दिया खाटू श्याम
रिटायर्ड फौजी ने इस वारदात को अंजाम देने के लिए बकायदा साजिश रची। उसने एक दिन पहले अपने बेटे को खाटू श्याम भेज दिया। पुलिस इस पहलू की छानबीन में जुटी है। रात साढ़े 11 बजे के करीब उसने खुरपी और घास काटने वाला चाकू अपने पास रख लिया और घर की सारी लाइटें बंद कर दीं। रात दो बजे के करीब वह बहू के कमरे में पहुंचा। दरवाजा खुलवाया और जैसे ही बहू सामने पड़ी उसने उस पर चाकू से वार करना शुरू कर दिया। राय सिंह ने बहू पर चाकू से दर्जनों वार किए। इसके बाद उसके मर जाने का इंतजार करता रहा।
रात 2:20 बजे वह सीढ़ियां चढ़कर किरायेदार कृष्णा तिवारी के घर पहुंचा। कृष्णा ने जैसे ही दरवाजा खोला उसने उस पर भी चाकुओं से हमला कर दिया और मार डाला। 10 मिनट बाद 2:30 बजे उसने कृष्णा की पत्नी अनामिका के कमरे में जाकर उसकी भी उसी तरह हत्या कर दी। कृष्णा और अनामिका को मारने के बाद राय सिंह ने उनके दोनों बच्चों को भी मार डाला।