- विश्व जनसंख्या दिवस पर निकाली गयी जागरूकता रैली
- स्वास्थ्य संस्थानों पर परिवार नियोजन मेला आयोजित
सिवान: परिवार की खुशहाली के लिए परिवार नियोजन को अपनाना समय की मांग है। यह पूरी तरह सुरक्षित भी है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने रविवार को सदर अस्पताल परिसर से जागरूकता रथ को रवाना करते हुए कही। उन्होने कहा कि खुशहाल जीवन व बच्चो के भविष्य के लिए परिवार नियोजन आवश्यक है। प्रकृति में कुछ चीजें सीमित मात्रा में दी हैं। उसको बढ़ाया नहीं जा सकता है और उसका उपयोग उसी दायरे में रहता है।उन्होंने बताया कि संसार में जमीन, जल आदि सीमित है। ऐसे में ‘हम दो हमारे दो’ के नारे को साकार करना चाहिए। यदि परिवार में बच्चों की संख्या अधिक हो तो सभी बच्चो को एक समान हर सुविधाएं नहीं दी जा सकतीं। परिवार नियोजन के विषय में महिलाएं बिना शर्म एक-दूसरे से इसको साझा करें। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजकिशोर सिंह, डीएमओ डॉ. एमआर रंजन, सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुधीर कुमार सिंह, जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ठाकु़र विश्व मोहन, स्वास्थ्य प्रबंधक एसरारूल हक, केयर इंडिया के डीटीएल कृति धमिजा समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
19 जागरूकता रथ को किया गया रवाना
विश्व जनसंख्या दिवस पर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से जिले में 19 जागरूकता रथ (ई-रिक्सा) को हरी झंडी दिखाकर सिविल सर्जन डॉ. शर्मा ने रवाना किया। सिविल सर्जन ने बताया कि सभी प्रखंडों में एक-एक ई-रिक्शा के माध्यम से जागरूकता फैलाया जायेगा। यह रथ पांच दिनों तक चलेगी। विभाग का उद्देश्य नवदंपतियों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करना है जिससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आ सके। इस बार की थीम आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी रखी गई है।
स्वास्थ्य संस्थानो में लगा परिवार नियोजन मेला
विश्व जनसंख्या दिवस पर जिले के सदर अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया। जिसमें योग्य दम्पति महिलाओं को अस्थायी साधन व नई ब्याहता को नई पहल किट भी दिया गया । इसके अलावे सभी आशा कार्यकर्ताओं को छाया , निरोध, इमरजेंसी पिल्स एवं नई पहल किट वितरित किया गया ।जिसमें महिलाओं को परिवार नियोजन स्थाई एवं अस्थाई सांधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। वहीं, इच्छुक महिलाओं को परिवार नियोजन के सेवाओं को उपलब्ध कराया गया। इसके साथ मांझी प्रखंड में परिवार नियोजन कार्यक्रम को लेकर आशा कार्यकर्ताओ को प्रशिक्षण दिया गया। ताकि सेवाओं को जन-समुदाय तक पहुंचाया जा सके। परिवार नियोजन के सेवाओ को अधिक से अधिक लाभुकों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
11 से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ठाकुर विश्व मोहन ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 11 से 31 जुलाई तक मनाया जाएगा। इसमें कई तरह के जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। पोस्टर-बैनर के साथ रैली निकालकर परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जाएगा। गांवों में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिससे परिवार नियोजन के पति घर की महिलाओं को जागरूक किया जाए। जनसंख्या वृद्धि पर प्रभावी रोक लगाई जा सके। नवदंपतियों की काउंसलिंग की जाएगी और उनको परिवार नियोजन के तरीकों की जानकारी दी जाएगी। जनपद और ब्लाक स्तर पर स्वास्थ्य इकाइयों में कंडोम बाक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। महिलाओं को गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, प्रसव के बाद आईयूसीडी सेवाओं के बारे में बताया जाएगा। स्वास्थ्य इकाइयों पर स्टाल लगाया जाएगा जिसके जरिये इच्छुक दंपति परिवार नियोजन के संसाधन प्राप्त कर सकेंगे।