परवेज अख्तर/सिवान: प्रदेश में लागू किए गए चार वर्षीय स्नातक कोर्स व फीस वृद्धि और शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया में डोमिसाइल नीति हटाने के विरोध में आइसा का दो दिवसीय राज्यव्यापी भूख हड़ताल बुधवार को संपन्न हो गया। इस दाैरान भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों को जीरादेई विधायक अमरजीत कुशवाहा ने जूस पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त करवाया। वहीं आइसा सदस्यों ने डीएम को अपनी विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपा। भूख हड़ताल पर बैठे सदस्यों ने बताया कि शिक्षा की व्यवस्था लचर है और विभिन्न कालेजों की स्थिति जर्जर है। ऐसे में इसे ठीक करने के बजाए उसको निजीकरण की ओर धकेला जा रहा है।
जिला सचिव अनीश कुमार, गुठनी प्रखंड अध्यक्ष इंद्रजीत कुशवाहा, धर्मेंद्र कुमार, सुनील कुमार यादव, रवि यादव सहित अन्य सदस्यों ने कहा कि बिहार में चार साल का स्नातक कोर्स लागू किया जा रहा है। सभी शिक्षण संस्थान शिक्षक व कर्मचारियों की कमी, पुस्तकालयों की कमी, जर्जर भवन, समुचित पेयजल के अभाव से जूझ रहे हैं। राज्य के सभी विवि में सेशन लेट है। कक्षाओं का नियमित संचालन नहीं होना, गंभीर समस्या है। विधायक ने कहा कि अगर राज्यपाल नई शिक्षा नीति को लागू करते हैं तो वे राजभवन का घेराव करेंगे। मौके पर इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश सह सचिव जयशंकर पड़ित, पूर्व जिलाध्यक्ष योगेंद्र यादव, अमित कुमार गोंड, मुन्ना यादव, ज्ञाशुद्दीन, मंटू कुमार, राजेश पासवान, प्रिंस पासवान, मनु कुमार, सोनू, करण कुमार सहित दर्जनों सदस्य उपस्थित थे।