मामले में एआईएसएफ ने डीएम को लिखा पत्र
परवेज अख्तर/सिवान: सीवान में एंबुलेंस घोटाला को लेकर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन सीवान ने डीएम को पत्र लिखा है. पत्र में एंबुलेंस घोटाला की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा एवं एंबुलेंस खरीद के मामले में अधिक दिए गए पैसे के वापसी की मांग की गई है. डीएम को भेजे पत्र में एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा है कि एंबुलेंस घोटाला की बात वैसे समय में आ रही है, जब कोरोना में इसके अभाव में मरीजों की जान जा रही है. सीवान में भी ठेले पर मरीज ले जाने का वीडियो वायरल हुआ था. ऐसे वक़्त में एंबुलेंस घोटाला की बात शर्मसार कर रहा है. पत्र में जिक्र है कि एक टेलीविजन चैनल पर दिखाए गए खबर के अनुसार एंबुलेंस में लगाए गए सामानों को जोड़कर एक एंबुलेंस की लागत मूल्य लगभग 7 लाख रुपये है. जबकि एंबुलेंस का बिल 21 लाख 84 हजार 623 रुपये भुगतान किया गया है.
कुल खरीदे गए 21 एंबुलेंस में विधान पार्षद टुन्ना जी पांडेय के मद से 17, पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा के मद से दो एवं पूर्व विधायक व्यासदेव प्रसाद के मद से दो एंबुलेंस खरीदा गया है. जिस पर जिला योजना पदाधिकारी का हस्ताक्षर भी है. एआईएसएफ नेता ने पत्र में कहा है कि जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे की कोरोना काल में लूट की खबर भयंकर गर्मी में हाड़ कंपाने जैसा है. खरीद में कई स्तरों पर अनियमितता उजागर हुई है. राज्य सरकार के निर्देशानुसार जीईएम पोर्टल के माध्यम से खरीद करना है. उसकी बजाए एक स्थानीय प्राइवेट ट्रेडिंग कंपनी के माध्यम से खरीद किया गया है, जिसका स्वास्थ्य सामानों की बिक्री का कोई रिकॉर्ड नहीं है. वहीं एआईएसएफ के जिला सचिव शशि कुमार ने जारी प्रेस बयान में कहा कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के जिला में एंबुलेंस घोटाला होने के बावजूद अभी तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होना आश्चर्यजनक है. ठोस कार्रवाई नहीं होने पर आगामी 2 जून को एआईएसएफ ने प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है.