परवेज अख्तर/सिवान: चैनपुर ओपी के टारी रोड स्थित निजी क्लीनिक में आठ मई की सुबह प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हो गई थी। मृतका का दाह संस्कार करने के बाद स्वजन शनिवार की दोपहर क्लिनिक पर पहुंच हंगामा चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगा हंगामा करना शुरू कर दिए। ग्रामीणों के आक्रोश को देख क्लीनिक छोड़ चिकित्सक व कर्मी फरार हो गए। ग्रामीण प्रशासन से चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे।आक्रोशित लोगों का आरोप था कि चिकित्सक की लापरवाही के कारण महिला की मौत हुई है। बताया जाता है कि भागर निवासी मुन्ना प्रसाद की पत्नी मूर्ति देवी का प्रसव पीड़ा हो रहा था। स्वजन उसे क्लीनिक में लाए जहां चिकित्सक ने यह कह कर महिला का आपरेशन किया था कि बच्चा को नहीं पर मां को बचा लेंगे। स्वजन चिकित्सक की बात पर सहमत हो गए। उसके बाद चिकित्सक द्वारा आपरेशन करने के लिए पैसे की मांग की गई।
स्वजन किसी भी सूरत महिला की सुरक्षा के लिए चिकित्सक की मांग को स्वीकार कर लिए राशि जमा कर दिए। महिला का आपरेशन के माध्यम से शिशु का जन्म हुआ। शिशु के जन्म के साथ ही महिला की स्थिति बिगड़ने लगी और चिकित्सक ने उसे रेफर नहीं करते हुए सिवान से डाक्टर बुलाने की बात कह अपने क्लीनिक पर ही रोक लिया। धीरे-धीरे महिला की स्थिति बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई। मृतका के स्वजनों ने क्लीनिक संचालक पर आरोप लगाया कि महिला की मौत के बाद वह अपने यहां की पर्ची को फाड़ दिया तथा मृतका के शव को किसी वाहन पर रखकर गांव भेजवा दिया। इधर महिला का अंतिम संस्कार करने के चार दिन बाद उसके उसके स्वजन शनिवार की दोपहर क्लीनिक पर पहुंचकर हंगामा करने लगे। इधर हंगामा देख अस्पताल के संचालक क्लीनिक छोड़कर फरार हो गए। सूचना मिलते ही चैनपुर ओपी के एएसआइ हरिवंश यादव मौके पर पहुंचे आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। स्वजन चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे।