सिवान: नर्सिंग के क्षेत्र में निस्वार्थ सेवा के लिए सीवान की एएनएम रेन्जू को मिला राष्ट्रपति पुरस्कार

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  • फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड से राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रशस्ति पत्र देकर हौसला बढ़ाया
  • 22 वर्षां से नर्सिंग की क्षेत्र में कर रही है मरीजों की सेवा

परवेज अख्तर/सिवान: स्वास्थ्य और नर्सिंग के क्षेत्र में निस्वार्थ सेवा के लिए सीवान की बेटी व भगवानपुर प्रखंड के खेरवां एपीएचसी में पदस्थापित एएनएम रेन्जू को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने सम्मानित किया है। वर्चुअल माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति के द्वारा फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

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अपनी 22 वर्ष के सेवा के दौरान रेन्जू कुमारी ने अपनी सेवा भाव से कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। अपनी सरकारी सेवा के दौरान भगवानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेहतर सेवा से पूरे समाज में अपनी अलग पहचान बनायी। देश के राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित होने पर रेन्जू काफी पुलकित है और उन्हें अभी से लोगों की अग्रिम बधाईयां मिल रही हैं। सीवान के जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय, सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा, डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन के द्वारा एएनएम को बधाई दी गयी तथा उनके कार्यों प्रशंसा की गयी।

सिविल सर्जन ने कहा कि रेन्जू ने राष्ट्रीय स्तर पर सीवान जिले के मान बढ़ाया है। रेन्जू अन्य कर्मियों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। एएनएम रेणजु कुमारी अपनी ईमानदारी के लिए जानी जाती है। ईमानदारी व सच्ची लगन से अपने कर्तव्यों को निवर्हन करके समाज को एक नयी दिशा देने का काम किया है। वह अपने कार्य को लेकर काफी सजग है। हर दिन निर्धारित समय पर आना और हर लोगों से मुस्कुराते हुए बात करना उनकी पहचान है। एएनएम रेन्जू कुमारी कहती है “अस्पताल में जब कोई आता है तो एक उम्मीद व विश्वास के साथ आता है। उसके उम्मीदों पर खरा उतरना मेरा पहला फर्ज है। अपनी सेवा से मरीजों व उनके परिजनों के चेहरे पर मुस्कान लाना मेरा उद्देश्य है। ताकि सरकारी सेवा व अस्पताल के प्रति लोगों के मन में विश्वास बढ़े और सरकारी संस्थानों में अधिक से अधिक लोग आये”।

मुख्यमंत्री ने भी दिया प्रशस्ति पत्र

एएनएम रेन्जू को राष्ट्रपति पुरस्कार मिलने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा प्रशस्ति पत्र और 10 हजार रूपये का चेक देकर उन्हें सम्मानित किया गया है। सीएम ने उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे और लोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है। ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्ता को बढ़ाया जाये और आमजनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया करायी जाये। कोरोना काल में भी चिकित्सकों के साथ साथ एएनएम दीदी का भी योगदान काफी महत्वपूर्ण है।

मातृ-शिशु देखभाल व सुरक्षित प्रसव में उत्कृष्ट कार्य

एएनएम रेन्जू कुमारी एक माह पूर्व तक जिले के भगवानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित थी। यहां पर मुख्य रूप से उसका डयूटी प्रसव कक्ष में था। जिसमें सुरक्षित प्रसव कराने, मातृ-शिशु देखभाल में उत्कृष्ट कार्य से अपनी एक अलग पहचान बनाने में कामयाब हुई। अब तक के सेवा में उन्होंने कई गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशुओं को जीवनदान देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। वैश्विक महामारी कोरोना काल में भी अपने कर्तव्यों को बखूबी निवर्हन किया। इस दौरान भी बिना छुट्टी लिये एएनएम रेणजु कुमारी अपना फर्ज निभाती रही है।

22 वर्षों से कर रही है सेवा

एएनएम रेन्जू 1998 से नर्सिंग के क्षेत्र में अपनी सेवा दे रही है। 22 वर्ष के कार्यकाल में अपनी मेहनत व लगन से कई उत्कृष्ट कार्य किया। जिसकी सराहना जिला के पदाधिकारी भी करते है। गुणवत्ता के साथ कम लागत में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में अहम भूमिका निभाती हैं। विभिन्न स्वास्थ्य चुनौतियों से जुड़ी जिम्मेदारियों को संभालने तथा व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं की पूर्ति में इनका विशेष योगदान है।