परवेज अख्तर/सिवान: जिले में नौ सूत्री मांगों को लेकर चल रहे आशा का धरना प्रदर्शन बुधवार को आठवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान आशा ने ओपीडी सेवा बाधित कर दिया। कई पंचायतों में टीकाकरण होना था, लेकिन वैक्सिन कुरियरों के अनिश्चिताकलीन धरना पर चले जाने से टीकाकरण का दवा नहीं पहुंच पाया, इससे टीकाकरण कार्य भी बाधित हो गया। आशा ने टीकाकरण के लिए दवा उठाव करने पहुंचे कुरियरों को दवा का उठाव नहीं करने दिया। इस कारण कुरियर वापस लौट गए। आशा का कहना है कि जबतक उनकी मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी। उनकी मांगों में मानदेय 10 हजार करने, सरकारी कर्मी का दर्जा देने, पोशाक, कोरोना काल का बकाया समेत नौ मांगें शामिल हैं। जानकारी के अनुसार भगवानपुर हाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मालती कुंवर के नेतृत्व में आशा ने प्रदर्शन किया। प्रखंड आंगनबाड़ी केंद्रों पर बुधवार को बच्चों का टीकाकरण तिथि निर्धारित था, लेकिन आशा व वैक्सिन कुरियर कर्मियों की धरना के कारण आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण कार्य बाधित हो गया।
आशा मीरा देवी ने बताया कि सरकार उनकी मांग जब तक नहीं मानती वह हड़ताल पर डटे रहेंगे। सिसवन रेफरल अस्पताल में इंदु देवी एवं मौसमी कुमारी के नेतृत्व में आशा द्वारा ओपीडी सेवा बाधित किया। इसके अलावा बसंतपुर में पुष्पा कुमारी, हुसैनगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रखंड अध्यक्ष रंजू देवी, लकड़ी नबीगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संघ की प्रखंड अध्यक्ष नूरजहां खातून, सचिव सुमन देवी, गोरेयाकोठी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अध्यक्ष अनीता देवी, सचिव रंभा देवी, आंदर में माधुरी देवी, दारौंदा में प्रखंड अध्यक्ष सुशीला देवी, हसनपुरा में दुर्गावती देवी, बड़हरिया में माया देवी, गुठनी में रीता देवी के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान विधायक सत्यदेव राम ने आशा की मांग को जायज ठहराते हुए उनका समर्थन किया। आशा ने नौ सूत्री मांगों से संबंधित विधायक को सौंपा।