गुठनी स्वास्थ्य केंद्र का गेट बंद कर आशा ने किया प्रदर्शन
परवेज अख्तर/सिवान: नौ सूत्री मांगों को लेकर आशा का प्रदर्शन बुधवार को 29 वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान आशा ने वर्षा में भीगते हुए स्वास्थ्य केंद्र परिसर में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती वे चुप बैठने वाली नहीं हैं। उनकी मांगों में मानदेय प्रतिमाह 10 हजार करने, कोरोना काल में किए गए कार्य का भुगतान करने, सरकारी कर्मी का दर्जा देने, राशि भुगतान में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने आदि शामिल है। इस दौरान आशा द्वारा गुठनी स्वास्थ्य केंद्र का गेट बंद कर प्रदर्शन किया गया। इमरजेंसी सेवा को छोड़ सभी सेवा बाधित कर दिया। इस दौरान केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत प्रत्येक महीने की नौ तारीख को होने वाले प्रसव पूर्व जांच को भी पूरी तरह बाधित कर दिया गया।
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. शब्बीर अख्तर ने बताया कि जल्द ही आशा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार गुठनी में प्रदर्शन का नेतृत्व रीता देवी ने किया। वहीं बसंतपुर में पुष्पा कुमारी, दारौंदा में सुशीला देवी, रघुनाथपुर में मालती देवी, महाराजगंज में अस्पताल में नीलम कुमारी, बड़हरिया में माया देवी, हसनपुरा में दुर्गावती देवी, हुसैनगंज में प्रखंड अध्यक्ष रंजू देवी, सिसवन में मीना देवी, लकड़ी नबीगंज में नूरजहां खातून, गोरेयाकोठी में अनीता देवी, आंदर में माधुरी देवी, भगवानपुर हाट में मीरा देवी एवं मालती देवी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन किया गया।