परवेज अख्तर/सिवान: यूनिटी एंड पीस फाउंडेशन और लायंस क्लब द्वारा शनिवार की रात एकता इंडोर स्टेडियम में आयोजित आल इंडिया मुशायरे का आयोजन किया गया था। इस दौरान वर्षा के कारण आयोजकों को स्थान बदलना पड़ा और इसका आयोजन एक होटल में कराया गया। इसके पूर्व मुशायरे की शुरुआत एकता इंडोर स्टेडियम में मुख्य अतिथि पूर्व डीएम डाक्टर एम अब्राहिमी, बिहार प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी खुर्शीद अनवर सिद्दीकी, उस्ताद कमर सिवानी और साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता डाक्टर जफर कमाली की मौजूदगी में दीप प्रज्ज्वलित कर की। उद्घाटन सत्र कार्यक्रम का संचालन लायंस क्लब के सचिव डाक्टर एहतेशाम अहमद ने किया।
डा. अब्राहिमी ने अपने संबोधन में जिले के जुड़ी यादों को ताजा किया। कार्यक्रम के दौरान उनकी पुस्तक जंगे आजादी के मुस्लिम शोहदा का विमोचन भी किया गया। शायर वसीम बरेलवी ने जब कहा कि “वह मेरे चेहरे तक अपनी नफरतें लाया तो था मैंने उसके हाथ चूमे और बेबस कर दिया। मशहूर शायर हाशिम फिरोजाबादी के शेर और क्या चाहिए इस वतन के लिए, ये तिरंगा बहुत है कफन के लिए पर श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे। नदीम फार्रूख ने जब यह पढ़ा की शरीफ बाप से जो बात तक नहीं करता अमीर ए शहर को झुक कर सलाम करता है।
शबीना अदीब के गजल तुम जहां हो मैं वही हूं तुम समझते क्यों नहीं मैं अकेले कुछ नहीं हूं तुम समझते क्यों नहीं। शायर सुनील कुमार तंग, जौहर कानपुरी, अजहर इकबाल ने जहां अपने शायरी से समां बांधा। धन्यवाद ज्ञापन संयोजक डाक्टर अमजद खान ने किया। आयोजक समिति के सदस्य डा. एमडी शादाब, डा. शाहनवाज आलम, रूपेश कुमार, डा. मशरूर आलम, खालिद हुसैन, गणेश दत्त पाठक का सहयोग सराहनीय रहा। इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष विधू शेखर पांडेय, शिवधारी दुबे, डा. शरद चौधरी, डा. रामेश्वर कुमार आदि सैकड़ों शहर के प्रबुद्ध लोग उपस्थित थे।