परवेज अख्तर/सिवान: सितंबर महीने के दूसरे शनिवार को शिक्षकों ने सड़क दुर्घटना और इससे बचाव की जानकारी तो दी ही, रेल दुर्घनाओं से बचाव की भी जानकारी बच्चों को दी। बताया कि मानवीय लापरवाही की वजह से भी रेल दुर्घनाएं हो जाती है। ट्रेन में सफर करते समय खिड़की के बाहर हाथ न निकालें, ट्रेन के बोगी में चढ़ते व उतरते समय पूरी सावधानी बरतें। ट्रेन रूकने पर ही उतरें और चढ़ें।
चलती हुई ट्रेन से न तो उतरें न कभी चढ़ें, बोगी में चढ़ने के बाद न तो दरवाजे पर खड़ा हो न लटकें। रेलवे क्रॉसिंग पर दौरान फाटक बंद होने के दौरान इसके खुलने का इंतजार करें। मानव रहित फाटक पार करने से पहले रेल लाइन से दो मीटर की दूरी पर रूककर पहले दोनों तरफ अच्छी तरह से देख लें और फिर ट्रेन आने की आवाज सुनें। दूर-दूर तक कोई ट्रेन न दिखाई दे और आने की आवाज न मिले, तब ही मानव रहित फाटक को पार करें।