परवेज अख्तर/सिवान: व्यवहार न्यायालय सिवान में सेवारत युवा अधिवक्ता उमेश कुमार श्रीवास्तव का निधन बुधवार की सुबह हो गया। उनके आकस्मिक निधन की सूचना मिलने पर बुधवार को कोर्ट परिसर में शोक की लहर दौड़ गई। बताया जाता है कि अधिवक्ता उमेश श्रीवास्तव कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और इलाज के क्रम में हृदय गति रुकने के कारण उनका निधन हो गया। प्रातः 8:00 बजे के आसपास उनके निधन की सूचना प्राप्त हुई और पुष्टि होने के पश्चात परंपरा का निर्वहन करते हुए अधिवक्ताओं ने अपने को न्यायिक कार्य से अलग रखा।
इस प्रकार किसी भी न्यायालय में कोई कार्य संपन्न नहीं हो सका। अधिवक्ता उमेश कुमार श्रीवास्तव अपने पीछे अपनी पत्नी, दो पुत्र एवं दो पुत्री को छोड़कर स्वर्ग सिधारे हैं। एक पुत्री का विवाह उन्होंने संपन्न किया है, किंतु शेष अन्य अविवाहित हैं। उनके निधन को लेकर संघ भवन में संघ अध्यक्ष शंभूदत्त शुक्ला की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा में उपस्थित संघ सचिव प्रेम कुमार सिंह एवं अन्य वरीय अधिवक्ताओं ने युवा अधिवक्ता उमेश कुमार श्रीवास्तव के मृदुल स्वभाव पर चर्चा की और कहा कि मात्र 19 साल सेवा में रहने के पश्चात वे हम लोगों को अलविदा कह गए हैं। यह काफी दुखद है। इस दौरान दो मिनट मौन रखने के पश्चात शोकसभा समाप्त हो गई।