परवेज अख्तर/सिवान: सिविल कोर्ट में कार्यरत वरीय अधिवक्ता कुंज बिहारी श्रीवास्तव का निधन बुधवार को 11 बजे दिन में उनके जयप्रकाश नगर स्थित आवास पर हो गया। उनके निधन की सूचना करीब दो बजे के बाद बुधवार को प्राप्त हुई और कोर्ट परिसर में कार्यरत अधिवक्ताओं के बीच शोक की लहर दौड़ गई। सूचना मिलते ही संघ सचिव प्रेम कुमार सिंह ने परंपरा का निर्वहन करते हुए गुरुवार को अधिवक्ताओं से न्यायिक कार्य से विरत रहने का निवेदन किया। गुरुवार को पूर्वाह्न 11:30 बजे संघ भवन में उपाध्यक्ष अंजनी कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में शोकसभा का आयोजन किया गया। संघ सचिव प्रेम कुमार सिंह ने बताया कि कुंज बिहारी श्रीवास्तव काफी हंसमुख का मृदुल स्वभाव के व्यक्ति थे, वह अपने वकालत के प्रति समर्पित रहने के साथ-साथ संघ के सदस्यों के साथ भी बड़ी हंसमुख स्वभाव से मिलते जुलते थे।
उनका प्रतिदिन अधिकतर अधिवक्ताओं से मिलना जुलना होता था। उनका इस तरह से चला जाना अधिवक्ता समुदाय के लिए अपूरणीय क्षति है। उपाध्यक्ष अंजनी कुमार सिंह ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि कुंज बिहारी बाबू जब भी मिलते थे तो लगता था कि घर के अभिभावक मिल रहे हैं। वकालत के अलावा वे सफल व्यवहारिक जीवन के भी सच्चे साथी थे। उनके जाने से अधिवक्ता समुदाय के बीच जो खाली स्थान हुआ है उसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है। इस अवसर पर करीब काफी संख्या में उपस्थित अधिवक्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा के प्रति अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त किया। ज्ञात हो कि अधिवक्ता कुंज बिहारी श्रीवास्तव विगत कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे तथा वे अपने पीछे अपनी पत्नी एवं एक विवाहित पुत्री को छोड़कर दिवंगत हुए हैं।