परवेज अख्तर/सिवान: जिले के विभिन्न प्रखंडों में गेहूं की फसल में यूरिया देने के लिए किसानों को यूरिया के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रहा है। वहीं यूरिया आने की सूचना पर ठंड के प्रवाह किए बगैर काफी संख्या में किसान अपने प्रखंड के बिस्कोमान कार्यालय पर सुबह से ही पहुंच कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करने लग रहे। किसानों की भीड़ को देखते हुए बिस्कोमान प्रबंधक द्वारा पुलिस प्रशासन से यूरिया वितरण के लिए मदद लेनी पड़ी। दूसरी ओर कुछ जगहों पर यूरिया नहीं मिलने से नाराज किसान बिस्कोमान कार्यालय के समक्ष हंगामा करने लगे। बाद में सामाजिक कार्यकर्ताओं के समझाने-बुझाने के बा शांत हुए। ज्ञात हो कि गुठनी प्रखंड मुख्यालय स्थित बिस्कोमान गोदाम में यूरिया वितरण के दूसरे दिन भी काफी संख्या में किसानों की भीड़ एकत्रित हो गई।
सुबह आठ बजे ही कड़ाके की ठंड के बावजूद भी हजारों किसान बिस्कोमान गोदाम पास एकत्रित हो गए। 10 बजे गोदाम खुलते ही धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कृषि पदाधिकारी विक्रमा मांझी स्थानीय पुलिस के सहयोग से यूरिया का वितरण कराया गया। हालांकि शाम होने से पहले ही यूरिया समाप्त हो गई। इस पर कुछ किसान हंगामा करने लगे जो सामाजिक कार्यकर्ताओं के समझाने-बुझाने के बाद शांत हुए। इस दौरान कई किसान निराश होकर घर लौट गए। वहीं बिस्कोमान गोदाम के प्रबंधक प्रभाकर राणा ने बताया की बिना गार्ड लिए यूरिया वितरण मुश्किल है। इसके साथ ही प्रति माह दो हजार बोरी यूरिया की आवश्यकता है।आंदर प्रखंड मुख्यालय स्थित बिस्कोमान में यूरिया के लिए मंगलवार की सुबह पांच बजे से ही किसानों की भीड़ उमड़े लगी।
वहीं भीड़ को देखते हुए हो-हंगामा रोकने के लिए थाने की टीम की तैनाती की गई। यूरिया लेने के लिए असांव, आंदर, जमालपुर, भवराजपुर, जयजोर, तियांय, अर्कपुर, सदलपुर समेत दर्जनों गांव के सैकड़ों किसानों की भीड़ उमड़ी हुई है। इस संबंध में बिस्कोमान प्रबंधक चंदन कुमार ने बताया कि किसानों के बीच यूरिया का वितरण किया जा रहा है। महाराजगंज में यूरिया की किल्लत से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसान उर्वरक दुकान का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उन्हें यूरिया नहीं मिल पा रही है। एसडीओ संजय कुमार ने कहा कि जिन- जिन दुकानदारों के पास लाइसेंस है वे यदि निर्धारित दर से ज्यादा दाम पर यूरिया की ब्रिकी करते हैं तो उनपर कार्रवाई की जाएगी। एसडीओ ने कहा कि इसके लिए एक टीम का गठन कर दुकानों की जांच की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। किसान वंशीधर प्रसाद, नर्मदेशवर प्रसाद, नन्हें प्रसाद, सकलदेव प्रसाद आदि का कहना है कि हमलोगों को ऊंचे दाम पर यूरिया खरीदनी पड़ रही है।