परवेज अख्तर/सिवान: अपराध व अपराधियों पर नकेल कसने के लिए जिले की पुलिस के साथ-साथ अभियोजन निदेशालय द्वारा हाइटेक तरीका अपनाया जाएगा। इसके लिए बदमाशों का डाटा बैंक तैयार किया जाएगा। इस डाटा बैंक को राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग सिस्टम से जोड़ा जाएगा। एक क्लिक पर पुलिस व अभियोजन पदाधिकारियों को इस डाटा बैंक से बदमाशों के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए हैं। बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर बदमाशों का डाटा बैंक तैयार किया जाना है। इसके लिए पुलिस व अभियोजन पदाधिकारियों को जरुरी तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। यह निर्णय मौजूदा समय में अभिलेखों को ज्यादा दिनों तक सुरक्षित रखने में आ रही परेशानियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
अदालतों से बदमाशों के खिलाफ जारी आदेशों को किया जाएगा अपडेट :
मिली जानकारी के अनुसार अभियोजन निदेशालय द्वारा तकनीक (साफ्टवेयर) को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। डाटा बैंक में अदालतों से बदमाशों के खिलाफ जारी होने वाले वारंट, नोटिस व कुर्की-जब्ती आदि का आदेश भी अपडेट किया जाएगा। इससे एक तरफ जहां काम सरल व पारदर्शी बन सकेगा। वहीं डाटा बैंक में अपराध की प्रवृतियों का वर्गीकरण होने से भविष्य में पुलिस का काम भी आसान हो जाएगा।