परवेज अख्तर/सिवान: चार साल आठ माह से मंडल कारा में बंद बंदी की सोमवार की देर रात हार्ट अटैक से मौत हो गई। मौत की सूचना पर जिला प्रशासन सहित नगर थाना की पुलिस सदर अस्पताल पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम करने की तैयारी में थे, तभी मृतक की पत्नी रांची में होने के कारण पोस्टमार्टम करने से मन कर दी। जिस कारण मंगलवार की देर शाम तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था। इधर बंदी के स्वजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
परिजनों का कहना है कि उसकी तबीयत खराब होने के काफी देर तक जेल प्रशासन ने अस्पताल नहीं पहुंचाया। इसकी वजह से उसकी मृत्यु हो गई। मृतक की पहचान नौतन थाना क्षेत्र के पचलखी गांव निवासी स्व.राम बढ़ई सिंह के 35 वर्षीय पुत्र अजीत सिंह के रूप में हुई है। मंडल कारा अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि अजीत सिंह ने 31 जनवरी 2018 की शाम अपने सहोदर बड़े भाई सुजीत सिंह के ऊपर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया था।
जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद इस मामले में उपेंद्र सिंह के बयान पर अजीत सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मंडल कारा अधीक्षक ने बताया कि मंगलवार की देर शाम तक पोस्टमार्टम नहीं हुआ था। मृत बंदी की पत्नी रांची में है। उनसे फोन पर बात हुई तो उन्होंने अपने आप को सिवान आने पर पोस्टमार्टम करने को कहा।