परवेज अख्तर/सिवान: पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के द्वारा मंगलवार काे जल जीवन हरियाली अंतर्गत नए जलस्त्रोतों का सृजन विषय पर जिला परिषद सभागार में परिचर्चा आयोजित की गई। उप विकास आयुक्त भूपेंद्र प्रसाद यादव, जिला परिषद अध्यक्ष संगीता यादव, उपाध्यक्ष चांद तारा खातून, लघु जल संसाधन विभाग सह जिला परिषद के प्रभारी अभियंता आलोक कुमार, जिला मत्स्य प्रसार पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
इस दौरान उप विकास आयुक्त ने कहा कि सभी विभागों के समन्वय स्थापित कर कार्य करने से ही जल जीवन हरियाली अभियान अपने लक्ष्य को हासिल करेगा। यह महत्वपूर्ण अभियान है जो आम लोगों के साथ पर्यावरण के लिए भी आवश्यक है। बता दें कि हरेक महीने के पहले मंगलवार को जल-जीवन-हरियाली को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
नए जल स्त्रोतों का सृजन करने व नहर, तालाबों को अतिक्रमणमुक्त करने का निर्देश :
वर्चुअल माध्यम द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह बताया गया कि जल जीवन हरियाली अभियान सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार के द्वारा इस अभियान को शुरू किया गया है। कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारियों को नए जल स्त्रोतों का सृजन करने, नहर, नदी एवं तालाब को अतिक्रमण से मुक्त कराने का भी निर्देश दिया गया। इससे कि जल स्त्रोतों का विस्तार हो सके। साथ ही तालाबों एवं नदियों के किनारे बांधों पर फलदार पेड़ लगाने का भी निर्देश दिया गया ताकि तालाबों एवं नदियों में मछली पालन भी किया जा सके। कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी जयराम पाल, डीपीओ मनरेगा दिलीप कुमार, वन विभाग के पदाधिकारी सहित किसान व विभिन्न विभागों के पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।