परवेज अख्तर/सिवान: वेतन बढ़ोत्तरी, महंगाई भत्ता सहित कई अन्य मांगों को लेकर जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र के कर्मचारियों ने गुरुवार को संघ के जिलाध्यक्ष मयंक शेखर देव के नेतृत्व में काली पट्टी लगाकर विरोध जताया. जिलाध्यक्ष श्री देव ने बताया कि बिहार राज्य सिंगल विंडो ऑपरेटर सह मल्टीपर्पस असिस्टेंट संघ के बैनर तले एसडब्लूओ व एमपीए (कंप्यूटर ऑपरेटर) कर्मियों ने एक सितंबर से 7 सितंबर तक विरोध जताने का निर्णय लिया है. संघ के राजस्तरीय संयोजक सुमन सौरव ने कहा है कि संघ की ओर से सीएम द्वारा गठित उच्चस्तरीय कमेटी की अनुशंसाओं को लागू करने, वेतन में 10 हजार की बढ़ोत्तरी करने, महंगाई के अनुसार भत्ता देने, गृह जिला सहित आसपास के जिला में स्थानांतरण करने, 22 दिन कार्य करने के बाद एक दिन का आकस्मिक अवकाश देने की मांग की जा रही है. संघ के जिलाध्यक्ष श्री देव ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा गठित उच्च-स्तरीय कमेटी द्वारा जिला निबंधन व परामर्श केंद्रों में नियोजित हम सभी एसडब्ल्यूओ/एमपीए के लिए की गयी अनुशंसाओं को लागू करवायी जाय.
मानदेय की बढ़ोतरी महंगाई के अनुसार की जाय, सभी एसडब्ल्यूओ व एमपीए के वर्तमान मानदेय में न्यूनतम दस हजार रुपये की बढ़ोतरी की जाय व हमारा स्थानांतरण हमारे गृह जिला या निकटवर्ती जिला में करने की कृपा की जाए ताकि हम अपने कार्यालय कार्यों व कर्तव्यों के साथ-साथ अपने पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन भी जिम्मेदारी के साथ कर सकें.उन्होंने कहा कि क्षतिपूर्ति के रूप में कटौती की गयी एक माह की मानदेय राशि को ब्याज सहित वापस करने की कृपा की जाए, आकस्मिक अवकाश (22 दिन कार्य करने के पश्चात 1 दिन) का उपभोग करने के नियम में बदलाव करते हुए नियोजन के समय लागू सामान्य प्रशासन विभाग का संकल्प-2401 को लागू करने की कृपा की जाय. उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांगें पूरी नहीं की जाती तो जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र में कार्यरत सभी कर्मी सात सितंबर तक काली पट्टी लगाकर अपना विरोध दर्ज कराते रहेंगे. इस मौके पर संघ के जिलाध्यक्ष मयंक शेखर देव,उपाध्यक्ष पंकज कुमार, राज्यस्तरीय सुमन सौरव, संयोजक सचिव अनुट कुमार पटेल, जिला संयोजक विकास कुमार सहित अन्य निबंधनकर्मी मौजूद थे.