परवेज अख्तर/सिवान: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा मखदूम सराय स्थित स्थानीय सेवा केंद्र में केंद्र संचालिका राजयोगिनी तपस्विनी ब्रह्माकुमारी सुधा दीदी का ईश्वरीय सेवा में 50 वर्ष पूरा करने के उपलक्ष्य में 50 वां स्वर्णिम जन्मोत्सव बुधवार को धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर घोड़ा, हाथी, राथ, बैण्ड के साथ करीब तीन सौ भाई बहनों के साथ शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा को जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रदीप कुमार मलिक ने शिव ध्वज दिखाकर रवाना किया। शोभा यात्रा ने पूरा नगर भ्रमण किया। इसके बाद बबुनिया रोड स्थित एक होटल में अलौकिक जन्मोत्सव मनाया गया।
इसमें माउंट आबू से आईं अनेक वरिष्ठ शिक्षिका उनमें राज योगिनी बीके डाक्टर सविता दीदी, लक्ष्मी दीदी, कविता , कंचन , किरण, पूनम, ज्योति बहन तथा भाइयों में विजय, नितिन , जितेंद्र, शत्रुघ्न, दीवान ,मिलन आदि मुख्य थे। इसमें दीदी के जीवन वृत्त पर विस्तार से बताया गया कि 18 फरवरी 1958 के स्वर्णिम दिन को हजारीबाग जिले में एक प्रतिष्ठित कुल में बीके सुधा बहन का जन्म हुआ। सन 1972 में इनके लौकिक जीजा बीके छवि नारायण भाई से इन्हें ज्ञान मिला और यह रांची सेवा केंद्र पर संपर्क में आई। रांची सेवाकेंद्र में राजयोगिनी बीके रानी दीदी के पास 1973 से सेवार्थ लगातार रहना हुआ। 1979 में रांची सेवा केंद्र पर तत्कालीन मुख्य प्रशासिका दादी डा. प्रकाशमणि का आगमन हुआ और उन्होंने इनके सेवा से प्रभावित होकर सेवाकेंद्र पर स्थाई रूप से समर्पित रूप में रहने का आदेश दिया। इसी क्रम में सिवान में सेवा केंद्र की स्थापना 1987 में हुई जो अभी तक चल रहा है।