परवेज अख्तर/सिवान: सिवान जिला मुख्यालय के एक गृहरक्षक जवान पर केस के मामले की जांच को जिला समादेष्टा कार्यालय में मंगलवार को छपरा से प्रमंडलीय समादेष्टा पदाधिकारी आमिर एसरार जांच करने पहुंचे। जांच मंगलवार की देर शाम तक चली। जांच के बाद जब मीडिया ने जानकारी लेनी चाही तो उन्हों जांच प्रभावित होने का हवाला देते हुए कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। इधर पीड़ित गृह रक्षक राजकिशोर सिंह ने बताया कि यूपी के देवरिया के सोहनाग गांव निवासी धर्मू तिवारी की मृत्यु हो गयी।
उनके स्थान पर धर्मू तिवारी के ममेरे भाई गुठनी के तेनुआ गांव निवासी बद्री नारायण शुक्ला को बहाल कर दिया गया। जब मेरे द्वारा इस मामले का खुलासा किया गया तो पूर्व जिला समादेष्टा व ओमप्रकाश पड़ित द्वारा रंगदारी मांगने का एक झूठा मुकदमा मुझ पर कर दिया गया। बताया कि मेरे द्वारा झूठा मुकदमा होने के चार माह पहले ही जिला पदाधिकारी को आवेदन दिया था कि मुझ पर झूठा मुकदमा कराया जाएगा लेकिन इसके बावजूद भी कुछ भी नहीं किया गया। पूर्व जिला समादेष्टा भी तीन साल मुझे आज कल कह कर चली गईं लेकिन मुझे ड्यूटी नहीं मिला। वर्तमान जिला समादेष्टा के समय में भी वही हो रहा है।