- 29 डिग्री सेल्सियस पहुंचा अधिकतम तापमान, गर्मी से भी लोगों को मिली राहत
- 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया न्यूनतम तापमान
परवेज अख्तर/सिवान: जिले में मंगलवार की रात से शुरू हुई वर्षा बुधवार को पूरे दिन रुक-रुककर होती रही। वर्षा को देख किसानों के मायूस चेहरे पर हंसी देखने को मिली। उनकी सूख रहे मक्का, धान आदि के पौधों में वर्षा की बूंदों से नई जान आ गई। किसानों का कहना था कि अश्लेषा नक्षत्र की वर्षा है। इस नक्षत्र में वर्षा अधिक होती है, इस नक्षत्र में धान की रोपनी से वंचित किसान धान की राेपनी कर लेते हैं। वहीं कई किसानों का कहना था कि यह वर्षा जरूरत से कम हुई है। वहीं इस वर्षा से उनकी सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचा है। हालांकि वर्षा के कारण लोगों को गर्मी से भी राहत मिली। तापमान में भी गिरावट देखने को मिली, बुधवार को जिले अधिकतम तापमान 29 डिग्री एवं न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं जगह-जगह जल जमाव व कीचड़ से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
हालांकि दरौली में बावना-करोम सड़क के बीच विद्युत पोल गिर गया। इस कारण कुछ देर के लिए आवागमन बाधित हो गया। जानकारी के अनुसार मंलगवार की देर रात से वर्षा से शुरू हो गई। कुछ प्रखंडों में मूसलाधार तो कहीं कहीं रिमझिम वर्षा हुई। वर्षा के कारण दैनिक कार्य करने वाले लोग प्रभावित हुए। शहर के सब्जी मंडी, स्टेशन रोड, महादेवा, श्री नगर, मखदुम सराय, तेलहट्टा, फतेहपुर बाइपास समेत विभिन्न जगहों पर जल जमाव व कीचड़ से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं दरौली प्रखंड के बावना-करोम सड़क के बीच विद्युत पोल गिरने से क्षेत्र में कुछ देर के लिए विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना विद्युत विभाग को दी। समाचार प्रेषण तक विद्युत विभाग की टीम नहीं पहुंची थी।
ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर जलजमाव होने से लोग परेशान :
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों पर जल जमाव होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार बसंतपुर में थाना रोड, महाराजगंज रोड में जल जमाव होने से राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी। इसके अलावा गोरेयाकोठी प्रखंड के जामो बाजार में मांझी-बरौली पथ झील में तब्दील हो गया। इस पथ पर एक से दो फीट पानी सड़क पर जमा हो गया था। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से लोगों में आक्रोश देखने को मिला। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क व नाले का पानी लोगों के दुकान एवं घरों में घुस गया है। इससे उनके समक्ष और परेशानी बढ़ गई है। ग्रामीणों ने ठीकेदार द्वारा गलत तरीके से सड़क व नाले का निर्माण कराने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना था कि सड़क निर्माण के समय ठीकेदार द्वारा आधे अधूरे नाला का निर्माण कर छोड़ दिया गया है। ग्रामीण प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों पर उदासीनता का आरोप लगा इसके समाधान की मांग कर रहे थे।