- सबसे अधिक मुसीबत किसान, मजदूर
- न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम 19 डिग्री दर्ज
- रेडिमेड कपड़े दुकानों में सिर्फ गर्म कपड़े की हो रही है बिक्री
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
ठंड का सितम बढ़ने के साथ आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। बुधवार को सुबह से ही घना कोहरा छाए रहने के कारण लोगों को बढ़ते ठंड का एहसास हुआ। मजदूरी को लेकर अपने घरों से निकलने वाले लोग परेशान रहे। अचानक शीतलहर के प्रकोप के कारण बाजार सहित सड़कों पर आवागमन में भारी कमी देखी गई। धूप नहीं निकलने के कारण लोग दिनभर अपने घरों में दुबके रहे। ठंड के कारण मानों जीवन की रफ्तार पर एकाएक ब्रेक लग गया है। लोगों को सूर्य का दर्शन भी नहीं हो सका। सबसे अधिक मुसीबत किसान, मजदूर तबके लोगों को झेलनी पड़ी।
हालांकि पिछले पांच दिनों से जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। लोग दिन में भी वाहनों की बत्तियां जलाकर निकले। बुधवार को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम 19 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं लगातार बढ़ रहे ठंड के कारण गर्म कपड़े की भी बिक्री बढ़ गई है। रेडिमेड कपड़े दुकानों में सिर्फ गर्म कपड़े की ही खरीदारी करते हुए ग्राहक दिख रहे हैं। हालांकि लोग बाजारों में अपने-अपने पसंद के जैकेट, स्वेटर व अन्य गर्म कपड़े खरीद रहे हैं।
बच्चों को सर्दी-खांसी, बुखार से लेकर निमोनिया
बच्चों को सर्दी-खांसी, बुखार से लेकर निमोनिया हो रहा है। ऐसे बच्चों की संख्या अस्पताल में बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर निजी क्लीनिकों में वायरल से पीड़ित बच्चे पहुंच रहे हैं, लगातार बच्चों के पीड़ित होने से इनके माता-पिता परेशान हैं।