- दलहनी-तेलहनी फसलों पर भी मौसम ने बरपा रहा कहर
- 05 हजार हेक्टयेर क्षेत्र में जिले में होती है प्याज की रोपनी
परवेज अख्तर/सिवान: मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। सोमवार की देर जिले के अधिकतर हिस्से में बारिश हुई। कहीं बूंदाबांदी तो कहीं कुछ अधिक बारिश हुई। रविवार को थोड़ा-बहुत धूप दिखाई दी। लेकिन, सोमवार से ही मौसम का रूख एक बार फिर बदल गया है। जिले में बारिश व ठंड के इस कहर से किसान दोहरी मार झेलने को मजबूर हैं। किसानों का कहना है कि मौसम की दगाबाजी के करते वे बर्बादी के कगार पर हैं। एक तरफ कई बार के बारिश व कड़ाके की पड़ रही ठंड से प्याज के बिचड़े गल गये हैं तो दूसरी ओर दलहनी व तेलहनी फसलों को इससे भारी नुकसान पहुंचा है। मटर, चना और मसूर के पौधे खेत में पीले पड़ गए हैं। कुछेक जगहों पर पौधों की स्थिति ठीक भी है तो उसमें छेमी (फलिया) काफी कम लगी है।
कुछ यहीं हाल सरसों व अन्य तेलहनी फसल में भी दिखने को मिल रही है। किसान रत्नेश्वर सिंह का कहना है कि बारिश और ठंड की वजह से इस साल सरसों का पैदावार काफी कम होने की संभावना है। चुकी न तो पौधों का बढ़िया से ग्रोथ हुआ है न फूल ही ढ़ग से खिले हुए हैं। फलिया लगीं भी हैं तो पूरी तरह से पुष्ट नहीं दिख रहीं हैं। बहरहाल मंगलवार को पूरे दिन सर्द भरा मौसम बना रहा। इससे किसान काफी परेशान दिखें। आसमान में पूरे दिन बादल छाए रहे। कभी-कभार तो धूप के दर्शन हुए। लेकिन, ठंडी हवाएं इस पर हावी दिखीं। सुबह का न्यूनतम तापमान 13 और अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहा।