सिवान: यूरिया को ले किसानों को उमड़ी भीड़, यूरिया की कमी से कई किसान निराश होकर लौटे घर

0
kishan

परवेज अख्तर/सिवान: जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में गेहूं की फसल सिंचाई के बाद अधिक उत्पादन के लिए किसानों को यूरिया की जरूरत पड़ रही है। बिस्काेमान में जरूरत के अनुसार यूरिया की उपलब्धता नहीं होने के कारण कई किसान बिना यूरिया लिए निराश होकर घर लौट रहे हैं। वहीं कुछ किसान महंगे दामों पर बाजार से यूरिया खरीद कर अपने खेतों में देने को विवश हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार बड़हरिया बिस्कोमान में सोमवार की दोपहर यूरिया आने की सूचना पर किसानों में खुशी देखी गई। यूरिया लेने के लिए किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। किसान लंबी कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे। बिस्कोमान प्रभारी प्रेम कुमार ने बताया कि बिस्कोमान में यूरिया 700 बोरी आई है। करीब पांच सौ किसानों के बीच यूरिया का वितरण की जा चुकी है। उन्होंने का कि सभी किसानों को यूरिया उचित दर पर मुहैया कराई जाएगी।

विज्ञापन
pervej akhtar siwan online
WhatsApp Image 2023-10-11 at 9.50.09 PM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.50 AM
WhatsApp Image 2023-10-30 at 10.35.51 AM
ahmadali

कृषि पदाधिकारी कृष्ण कुमार मांझी ने बताया कि अब यूरिया की किल्लत नहीं होगी और किसानों को इधर-उधर जाना नहीं पड़ेगा। सबको समय पर यूरिया उपलब्ध करा दी जाएगी। वहीं आंदर प्रखंड मुख्यालय स्थित बिस्कोमान भवन में यूरिया मिलने की सूचना पर सुबह पांच बजे से ही किसानों की भीड़ उमड़ने लगी। किसान यूरिया के लेने के लिए लंबी कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे। दोपहर तक करीब 225 किसानों के बीच यूरिया का वितरण किया गया। हो-हंगामा की संभावना को देखते बिस्कोमान प्रबंधक दुकान बंद कर फरार हो गया। बिस्कोमान प्रबंधक चंदन कुमार का कहना था कि यूरिया वितरण के दौरान प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यवस्था नहीं होने के कारण दुकान बंद कर वहां से भागना पड़ा। उन्होंने बताया कि यूरिया की उपलब्धता से काफी संख्या अधिक किसानों की भीड़ उमड़ी थी। इस कारण हंगामा होने की संभावना को भापते हुए वहां से हटना पड़ा।

वहीं गुठनी प्रखंड मुख्यालय स्थित बिस्कोमान गोदाम पर यूरिया आते ही किसानों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। गोदाम प्रबंधक प्रभाकर राणा ने बताया कि इस बार भी सिर्फ 800 बोरी यूरिया मिली है। सोमवार की सुबह में ही हजारों किसान कतार में खड़े हो गए। भीड़ इतनी अधिक एकत्रित हो गई कि किसान आपस में ही धक्का-मुक्की करने पर उतारू हो गए। गोदाम प्रबंधक ने इसकी सूचना थाने को देकर यूरिया वितरण में सहयोग मांगा। थानाध्यक्ष द्वारा वहां पुलिस भेजने के बाद यूरिया का वितरण आरंभ किया गया। अंचल गार्ड की निगरानी में यूरिया का वितरण हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि गोदाम में कम मात्रा में यूरिया आने से भीड़ बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। नेताओं द्वारा एक तरफ कृषि के विकास की चर्चा की जाती वहीं किसानों को खेती के मौके पर खाद बीज के लिए धक्का-मुक्की करना पड़ रही है।

इसके बावजूद यूरिया नहीं मिलने के कारण कई किसान अन्य जगहों से महंगे दरों पर यूरिया खरीदने को विवश हुए। वहीं लकड़ी नबीगंज के किसान मदारपुर स्थित लाइसेंसी उर्वरक दुकान के समक्ष यूरिया के लिए किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। किसान लंबी कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे। समाचार प्रेषण तक करीब 163 किसानों के बीच यूरिया का वितरण किया जा चुका है। इसके बावजूद किसानों की भीड़ लगी हुई थी। यूरिया के लिए किसानों में धक्का मुक्की होती रही। यूरिया नहीं मिलने से कई किसान निराश होकर घर लौट गए। किसानों का आरोप था कि प्रशासन द्वारा पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध नहीं कराए जाने से परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी सूरज मोहन झा और प्रखंड कृषि समन्वयक राहुल सिंह, बबलू कुमार प्रसाद ने बताया कि मंगलवार से सभी लाइसेंसी खाद दुकानों पर पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध रहेगी।