- मामला शहर में सड़क के चौड़ीकरण व कूड़ा निस्तारण के लिए खरीदी गई करोडों की जमीन में गड़बड़ी का
- पूर्व ईओ व नप के कार्यपालक अभियंता के मामले में मार्गदर्शन
- टाउन थाने में डीएम के निर्देश पर ईओ ने दर्ज कराई एफआईआर
- 4 करोड़ तीन हजार रुपए में कूड़ा निस्तारण के लिए खरीदी जमीन
- 49 लाख के सड़क चौड़ीकरण कार्य में अनियमितता का आरोप
परवेज अख्तर/सिवान: कूड़ा निस्तारण के लिए करोड़ों रुपए में खरीदी गई जमीन में वित्तीय अनियमितता व चेयरमैन पद पर रहते हुए नियम का उल्लंघन कर लाखों का कार्य कराने के आरोप में बर्खास्त सिंधू सिंह के खिलाफ गुरुवार को एक और बड़ी कार्रवाई की गई। नगर विकास एवं आवास विभाग के परियोजना पदाधिकारी सह उप निदेशक के निर्देश पर बर्खास्त सिंधू सिंह के खिलाफ टाउन थाने में नामजद एफआईआर दर्ज कराई गई है। बीजेपी नेता धनंजय सिेह की पत्नी सिंधू सिंह के अलावा नगर परिषद के तत्कालीन निलंबित प्रधान सहायक व लेखापाल किशन लाल, कनीय अभियंता ओमप्रकाश सुमन व अजीत सिंह को भी नामजद किया गया है। डीएम अमित कुमार पांडेय के निर्देश पर नगर परिषद के ईओ राहुलधर दुबे ने गुरुवार को सिंधू सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ टाउन थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
हालांकि नगर विकास एवं आवास विभाग के निर्देश के बावजूद सीवान नगर परिषद के तत्कालीन ईओ आरके लाल व कार्यपालक अभियंता तुलसी राम के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है। बताया जा रहा कि इनके द्वारा डीएम अमित कुमार पांडेय को आवेदन देकर इस मामले में अपनी संलिप्तता नहीं बताई है। वहीं डीएम ने दोनों के आवेदन के आलोक में नगर विकास एवं आवास विभाग से मार्गदर्शन मांगा है। सूत्रों के अनुसार बुडको के सहायक अभियंता आनंद मोहन सिंह के खिलाफ गड़बड़ी में अधिक चार्ज नहीं होने के कारण एफआईआर नहीं कराई गई है। गौर करने वाली बात है कि सिंधू सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई कूड़ा निस्तारण के लिए खरीदी गई जमीन में 4 करोड़ तीन हजार 785 रुपये व सड़क चौड़ीकरण मामले में 49 लाख 51 हजार पांच सौ रुपये की अनियमितता में जांच के बाद की गई है।