सिसवन, बसंतपुर में यूरिया उपलब्ध होने की सूचना रही
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के विभिन्न प्रखंडों में गेहूं की फसल की सिंचाई के बाद यूरिया की तलाश में अन्नदाता भटकते हुए पाए जा रहे हैं। किसान किसी तरह से यूरिया की एक बोरी मिलने की उम्मीद में कड़ाके की ठंड की परवाह किए बगैर प्रखंडों के बाजारों में चक्कर काटते हुए देखे जा रहे हैं। हालांकि बुधवार को सिसवन, बसंतपुर में यूरिया उपलब्ध होने की सूचना रही लेकिन यह यूरिया नाकाफी रही। दूसरी ओर जिले के कई बिस्कोमान गोदाम में यूरिया खत्म हो गई है। इस कारण किसान यूरिया के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं कुछ जगहों पर यूरिया मिल रहा है जहां लेने के लिए किसानों की भीड़ देखी जा रही है।
जानकारी के अनुसार गुठनी प्रखंड मुख्यालय स्थित बिस्कोमान गोदाम में यूरिया लेने के लिए बुधवार की सुबह से किसानों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। जब किसानों को पता चला कि गोदाम में यूरिया नहीं है वे निराश होकर घर लौट गए। किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा पर्याप्त मात्रा में यूरिया नहीं दी जा रही है। इसके लिए गोदामों पर यूरिया आने पर यूरिया के लिए धक्का मुक्की करनी पड़ रही है। इसमें कुछ लोगों को मिलता है और कुल लोग निराश होकर लौट जाते हैं। बिस्कोमान गोदाम प्रबंधक प्रभाकर राणा ने बताया कि एक जनवरी को मात्र 800 बोरी यूरिया आई थी जिसका वितरण दो और तीन जनवरी को कर दिया गया।
अभी बहुत किसानों को यूरिया नहीं मिल पाई है। यूरिया आने पर किसानों के बीच यूरिया का वितरण किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर बड़हरिया बिस्कोमान में भी यूरिया खत्म होने से किसानों को निराश होकर लौटना पड़ा। इस संबंध में बिस्कोमान प्रबंधक प्रेम कुमार ने बताया कि बिस्कोमान में दो दिन पूर्व 700 बोरी यूरिया आई थी जिसे किसानों के बीच वितरित कर दिया गया। पुन: एक दो दिनों में यूरिया आने वाली है। यूरिया आने पर किसानों के बीच वितरण किया जाएगा। इधर आंदर प्रखंड मुख्यालय स्थित बिस्कोमान मंगलवार की देर संध्या तक थाना की पुलिस के सहयोग से किसानों के बीच यूरिया वितरित की गई। इस संबंध में बिस्कोमान प्रबंधक चंदन कुमार ने बताया कि किसानों के बीच 260 बोरा यूरिया वितरित की जा चुकी है। बुधवार को भी यूरिया का वितरण जारी रहा।