परवेज अख्तर/सिवान: शारदीय नवरात्र में पूरा जिला मातृशक्ति की आराधना में लीन है। जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में घरों से लेकर देवी मंदिरों में सांचे दरबार का जयकारा गूंज रहा है। गुग्गुल, धूप, अगरबत्ती, कपूर, लोहबान के धुएं से माहौल देवीमय हो गया है। नवरात्र के छठवें दिन शुक्रवार को भक़्त माता रानी की दरबार में हाजिरी लगा परिवार में वंश वृद्धि, सुख-चैन देश में शांति की गुहार लगाई। छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा विधि विधान पूर्वक की गई। शहर के कचहरी स्थित काली मंदिर, महादेवा स्थित दुर्गा मंदिर, शेखर सिनेमा स्थित संतोषी माता मंदिर, सुदर्शन चौक स्थित दुर्गा मंदिर, गांधी मैदान स्थित बुढ़िया माई मंदिर, डीएवी मोड़ स्थित दुर्गा मंदिर सहित अन्य मंदिरों में अलसुबह से ही श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए पहुंचने लगे।
दरबार में गूंजती घंटियों की रूनझुन आवाज और रह-रहकर गूंजता जयकारा सांचे दरबार की जय से पूरा वातावरण देवीमय नजर आ रहा था। जगदंबा के भव्य स्वरूप की अलौकिक आभा निरख श्रद्धालु नर-नारी निहाल हो जा रहे थे। दर्शन पूजन का क्रम भोर से पूरे दिन चलता रहा। आचार्य पंडित उमाशंकर पांडेय ने बताया कि महिषासुर का वध करने वाली देवी मां कात्यायनी को महिषासुर मर्दनी के नाम से भी पुकारते हैं। मान्यता है कि मां दुर्गा के इस स्वरूप की पूजा करने से कन्याओं को सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है और विवाह में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं।