✍️परवेज़ अख्तर/सिवान:
शहर के विजयहाता स्थित महावीरी सरस्वती विद्या मंदिर में सोमवार को पावन गुरु पूर्णिमा पर्व अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि वेदव्यास के चित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्जवलन के साथ गुरु वंदना कर किया गया। विदित हो कि प्रत्येक वर्ष आषाढ़ पूर्णिमा के दिन महर्षि वेदव्यास जयंती के पावन अवसर पर गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया जाता है। विभाग निरीक्षक राजेश रंजन ने गुरु पूर्णिमा के इतिहास तथा प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। वहीं प्राचार्य शंभु शरण तिवारी ने सनातन गुरु-शिष्य परंपरा एवं संबंधों पर प्रकाश डालते हुए इसे और सबल बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
उप प्राचार्य मंगलदेव राय ने अपने संबोधन में कहा कि गुरु एवं शिष्य के बीच संबंध स्थायी, अपरिवर्तनीय तथा स्पष्ट होता है। अन्य वक्ताओं ने भी आज के अवसर पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के दौरान शिक्षक आशुतोष पांडेय, सरोज मिश्रा, संजय सिंह, मुरली मनोहर मिश्र, नवनीत कुमार, चंदन तिवारी, सुनील प्रसाद, मीडिया प्रभारी अखिलेश श्रीवास्तव व आचार्य प्रवीण चंद्र मिश्र ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। मौके पर सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।