परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बसंतपुर एवं बड़हरिया थाना क्षेत्र के 24 घंटे में अलग-अलग सड़क दुर्घटना में एक चौकीदार समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चार की लोगों की स्थिति गंभीर होने के कारण चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। घायलों में लकड़ी नबीगंज के चौकीदार शत्रुघ्न प्रसाद, भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के अरुआ निवासी ओमप्रकाश राम के पुत्र अमित राम, भीखम राम के पुत्र भीम राम तथा भीम राम की पुत्री सोनम कुमारी तथा बसांव उपस्वास्थ्य केंद्र की एएनएम रीता कुमारी शामिल हैं। वहीं एक की पहचान नहीं हो पाई।बताया जाता है कि लकड़ी नबीगंज ओपी के चौकीदार शत्रुघ्न प्रसाद शुक्रवार को अपनी बाइक से थाने का डाक लेकर महाराजगंज जा रहे थे तभी सिसई गांव स्थित एनएच 227 ए पर एक बाइक से धक्का लगने से गिरकर घायल हो गए।
स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां से चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं थाना क्षेत्र के रामपुर स्थित एनएच 331 पर बाइक का संतुलन खोने से बाइक पर तीन लोग घायल हो गए। सभी घायलों को उपचार के लिए बसंतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। घायलों में भगवानपुर थाने के अरुआ निवासी अमित राम, भीम राम तथा सोनम कुमारी शामिल हैं। बताया जाता है कि ये तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे तभी बाइक अनियंत्रित होने से घटना हुई। ग्रामीण तीनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराए जहां अमित राम की स्थिति गंभीर होने के कारण चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर किया गया।
वहीं थाना क्षेत्र के सरेयां श्रीकांत गांव में गुरुवार को स्कूटी से गिरने से बसांव उप स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम रीता कुमारी घायल हो गई। उन्हें इलाज के लिए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां से चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं बड़हरिया-बरौली मुख्य पथ पर तेतहली में गुुरुवार को सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां उसकी स्थिति गंभीर होने के कारण चिकित्सक द्वारा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। समाचार प्रेषण तक घायल की पहचान नहीं हो सकी थी।