परवेज अख्तर/सिवान: पाक मुकद्दस रमजान माह के चौथे जुमे की नमाज अकीदत के साथ जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी मस्जिदों में शुक्रवार को विशेष नमाज अदा कर मुल्क में अमनों अमान और वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के संभावित लहर से सबकी हिफाजत और इसके खात्मे की अता फरमाने की कामना की गई। इस पाक महीने में इबादतों का अधिक सवाब होने के कारण बच्चों में भी इसका उत्साह दिखाई दिया। बच्चों ने भी रोजा रखकर नमाज अदा की। शहर के बड़ी मस्जिद, दरबार मस्जिद, चौक बाजार ग्यारहवीं मस्जिद, श्रीनगर मस्जिद, नवलपुर मस्जिद समेत टड़वा मस्जिद, जियांय स्थित मस्जिद, सदर प्रखंड मौला नगर मस्जिद, खालिसपुर मस्जिद, बाघाड़ा स्थित मस्जिद समेत जिले के सभी गांवों में मौलान की मौजूदगी में मोमिनों ने नमाज अदा की गई। वहीं दूसरी ओर जीरादेई, गुठनी, मैरवा, नौतन, हसनपुरा, बड़हरिया, हुसैनगंज, गोरेयाकोठी, पचरुखी, दारौंदा, बसंतपुर, भगवानपुर हाट, लकड़ी नबीगंज, दरौली, आंदर, रघुनाथपुर, सिसवन, महाराजगंज प्रखंडों में स्थित मस्जिदों में भी नमाज अदा कर अमन चैन व खुशहाली की दुआ मांगी गई।
श्रद्धाभाव के साथ अल्लाह ताला की इबादत करने का दिया गया संदेश :
नमाज अदा करने से पहले मोहजिन ने अजान (नमाजियों को नमाज के लिए निमंत्रण) पढ़ी। इसके बाद मौलवी ने जुमे का खुतबा पढ़ा। लोगों ने बहुत ही श्रद्धा के साथ खुतबा सुना। उन्होंने नमाजियों को अपने संबोधन में रमजान-उल-मुबारक के कुल तीन असरे (हिस्से) संबंधित अवगत करवाया। सभी को श्रद्धाभाव के साथ अल्लाह ताला की इबादत करने का संदेश दिया। मौला नगर मस्जिद के इमाम मो. अनवर आलम ने रोजे की फजीलत बयान करते हुए कहा कि रोजा केवल भूख प्यास का ही नहीं, बल्कि गलत बोलने और सुनने का भी होता है। इसलिए रोजे की हालत में गलत कामों, गलत सुनना, बोलना इन सभी से बचना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा कुरान पाक की तिलावत और नमाज पढकर गुनाहों से तौबा करनी चाहिए। कहा कि रमजान इस्लामिक महीनों में सबसे खास महीना होता है। इस महीने में इबादत कर गुनाहों से तौबा करनी चाहिए। रमजान में गरीबों की ज्यादा से ज्यादा मदद करें। अल्लाह एक नेकी के बदले 70 नेकियों का सवाब अता करता है।