परवेज अख्तर/सिवान: बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत पंचायत/प्रखंड स्तरीय फसल कटनी प्रयोग एवं कृषि सांख्यिकी से संबंधित वार्षिक आवृत्तिचर्या-सह-जिला स्तरीय एकदिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन शुक्रवार को किया गया। जिला समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। प्रशिक्षण की शुरुआत मेंं डीएम ने बिहार राज्य फसल सहायता योजना के संबंध में बताया कि यह किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। प्राकृतिक कारणों से फसल की क्षति होने की स्थिति में जिला सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आयोजित फसल कटनी प्रयोग के संपादन उपरांत प्राप्त फसलों के उपज दर के आधार पर ही फसल की क्षति का आकलन कर क्षतिपूर्ति के भुगतान की गणना की जाती है।
यह योजना कृषि, सहकारिता एवं सांख्यिकी तीनों विभागों के परस्पर समन्वय से ही क्रियान्वित की जाती है। उन्होंने बताया कि जिला एवं प्रखंड स्तर पर फसल कटनी प्रयोग की तकनीकी बारीकियों एवं संबंधित मोबाइल एप के उपयोग की जानकारी हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण के तकनीकी सत्र में प्रशिक्षक प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी जीरादेई कृष्ण कुमार माझी व जेएसएस सदर आलोक कुमार सिंह द्वारा मुख्य तथा गौण फसलों के फसल कटनी प्रयोग फल-सब्जी के फसल कटनी प्रयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही सभी अंचलाधिकारी एवं राजस्व पदाधिकारियों को ई-स्टेटिक्स पोर्टल के संबंध में भी बताया गया।
वहीं राजस्व पदाधिकारी द्वारा सभी कर्मचारियों के यूजर आईडी बनाने एवं संबंधित यूजर आइडी द्वारा सभी कृषि सांख्यिकी के प्रतिवेदन यथा-खेसरा पंजी, सामान्य जिन्सवार, भूमि उपयोग विवरणी इत्यादि प्रतिवेदन भेजने हेतु प्रशिक्षित किया गया। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को फसल कटनी प्रयोगों का सम्यक निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया। ताकि कटनी प्रयोगों के वास्तविक आंकड़े राज्य स्तर को प्रेषित किया जा सके। धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्न कर दिया गया। प्रशिक्षण में सांख्यिकी, कृषि एवं सहकारिता विभाग के जिला तथा प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ सभी अंचलाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी उपस्थित थे।