परवेज अख्तर/सिवान: जिले के थाना क्षेत्र के माघी गांव में हुई गोलीबारी में घायल पिता ने इलाज के दौरान गुरुवार को दम तोड़ दिया। मृतक गांव के रामसकल के पुत्र सत्येंद्र सिंह बताए गए हैं। वे मंगलवार की देर संध्या अपराधियों की गोलीबारी में घायल हो गए थे। घायल अवस्था मे उन्हें सीवान ले जाया गया था। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति में पीएमसीएच रेफर कर दिया। पीएमसीएच में इलाज के दौरान गुरुवार की दोपहर एक बजे के आसपास सत्येंद्र सिंह की मौत हो गई।
दरवाजे पर बैठे थे तो लगी गोली
ज्ञात हो कि मृतक घटना के दिन पुत्र चंदन सिंह के साथ वे अपने दरवाजे पर बैठे थे। तभी अचानक एक बाइक पर सवार तीन अपराधी आ धमके। वहां इनलोगों को देखकर निशाना बनाते हुए गोली चलाने लगे। गोलीबारी में मृतक को तीन गोली लगी थी। मौत की खबर मिलते ही माघी गांव में मातम पसर गया। गांव का हर शख्स इस हृदयविदारक घटना से स्तब्ध था। ग्रामीणों का कहना था कि गांव में इस तरह की ऐसी पहली घटना है। मृतक गांव में ही रहकर खेतीबारी का काम संभालते थे। वे गांव के अच्छे किसानों में शुमार थे। मृतक पांच भाइयों में सबसे बड़े थे। उनको एक पुत्र व दो पुत्रियां हैं। एक पुत्री की शादी हो गई है।
परिजनों के रोदन क्रंदन माहौल गमगीन
मृतक के परिजनों को रोदन क्रंदन से पूरा माहौल गमगीन हो गया है। पिता रामसकल सिंह इस घटना से निःशब्द थे। माता सुमित्रा देवी अपने लाडले की मौत से बेसुध पड़ी थीं। सात जन्म तक साथ निभाने का वादा करनने वाले जीवन साथी का साथ छोड़कर चले जाने से पत्नी शोभा देवी का रो- रोकर बुरा हाल था। पति को खोने के गम में आंसूओं का सैलाब चल पड़ा था।
बेटी के हाथ पीले करने की हसरत रह गई अधूरी
मृतक को एक पुत्र व दो पुत्री हैं। बड़ी पुत्री रंभा की शादी हो गई है। जबकि मृतक की छोटी पुत्री राधा की शादी तय कर दिए थे। शादी का दिन पक्का करना बाकी था। मृतक मन ही मन बेटी की शादी की तैयारी में लगे थे। लेकिन, विधाता को कुछ और ही मंजूर था। सत्येंद्र सिंह की बेटी के हाथ पीले करने की हसरत अधूरी रह गई। घटना की जानकारी होते ही आसपास के गांव के लोगों की भीड़ इकठ्ठी हो गई। देर रात तक पटना से शव लाए जाने की उम्मीद है।
एसपी का कहना है
इस कांड में नामजद की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी तेज कर दी गई है। घटना में कितने लोग शामिल थे। इसको लेकर लगातार पता लगाया जा रहा है। जल्द ही इस घटना के कारणों का पता लगाकर गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
शैलेश कुमार सिंहा, एसपी