- नौतन से लिए सैंपल में एईएस, जेई व डेंगू की पुष्टि नहीं
- वायरल फीवर से पड़ोसी जिले में कई बच्चों ने दम तोड़ा
परवेज अख्तर/सिवान: वायरल फीवर का दिन-प्रतिदिन बढ़ते प्रकोप के बीच जिले के लिए एक अच्छी खबर है। स्वास्थ्य विभाग के एक आंकड़े के अनुसार वायरल फीवर का अबतक एक भी मरीज नहीं मिला है। न तो सदर अस्पताल के इमरजेंसी और न ही पीएचसी में ही अबतक वायरल फीवर का मरीज पहुंचे हैं। हालांकि विगत दिनों में बीमार होने वाले बच्चों की संख्या में काफी इजाफा हुई है। डॉक्टरों की मानें तो यह संख्या करीब चालीस फीसदी तक पहुंच गयी है। सीमावर्ती राज्य सहित, पड़ोसी जिलों में बच्चों की होने वाली मौत के बाद जिले में बढ़ते बीमार बच्चों की संख्या लोगों को परेशान करने लगी थी। लोगों में वायरल फीवर को लेकर ज्यादा भय बनने लगा था। इधर बीमार मिलने वाले बच्चों को लेकर पिछले शुक्रवार को स्टेट से एक टीम जांच के लिए जिले के नौतन प्रखंड में पहुंची थी।
बीमार सात बच्चों में वायरल फीवर की पुष्टि नहीं
पटना से आयी डॉक्टर रागनी मिश्रा व कुमार कौस्तुब की दो सदस्यीय टीम ने जिले के नौतन प्रखंड से बीमार सात बच्चों का सैंपल एकत्र किया था। जिसे बाद में जांच के लिए पीएमसीएच भेजा गया था। उसकी भी रिपोर्ट आ चुकी है। सैंपल के जरिए एईएस, जापानी इंसेफ्लाईटिस व डेंगू बुखार होने की जांच की गयी थी। सभी का रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद यह साबित हो गया कि जिले में वायरल फीवर का प्रकोप अभी नहीं है। अन्य तरह के बुखार बच्चों को परेशान कर रहा है।
वायरल फीवर है काफी खतरनाक
वायरल फीवर का संक्रमण काफी खतरनाक है। पश्चिमी यूपी में इसका कहर काफी देखने को मिला है। इससे वहां के कई बच्चों की जान चली गयी है। जानकारी के अनुसार गोपालगंज में भी वायरल फीवर से एक बच्चे की मौत की खबर है जबकि सारण में इससे मरने वालों की संख्या तीन है। जानकारों का मानना है कि एईएस व जपानी इंसेफ्लाईटिस दोनों का प्रकोप इन दिनों ज्यादा देखने को मिल रहा है।