परवेज अख्तर/सिवान: स्वच्छता ही सेवा 2023 के अंतर्गत चलाए जा रहे अभियान के तहत शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रदीप कुमार मलिक के नेतृत्व में सिविल कोर्ट सिवान के न्यायिक पदाधिकारियों ने न्यायालय परिसर की स्वयं सफाई करते हुए इस अभियान का हिस्सा बने। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ अपर जिला न्यायाधीशगण ने जिला न्यायाधीश परिसर की सफाई की। जिला न्यायाधीश ने पैनल अधिवक्ताओं एवं अन्य की उपस्थिति में संक्षिप्त संबोधन करते हुए कहा कि स्वच्छता मनुष्य के बौद्धिक विकास का परिचायक है। स्वच्छ रहना एवं स्वच्छता के प्रति समर्पित रहना दो पहलू है। स्वच्छ रहने के साथ-साथ स्वच्छता के प्रति भी जागरूक रहा जाए तो कई प्रकार की समस्याएं स्वत: समाप्त हो जाती है।
कोविड महामारी ने हमें चेताया है कि हम स्वच्छता को अपनी महत्वपूर्ण जरूरत के अंतर्गत अपनाएं तभी कई प्रकार की संक्रामक रोगों से भविष्य में भी हम बच सकते हैं। इस अवसर पर विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अपर न्यायाधीश धीरेंद्र कुमार राय ने पैनल अधिवक्ताओं के माध्यम से स्वच्छता अभियान को ग्रामीण स्तर तक स्वयंसेवकों की सहायता से प्रसारित करने पर बल दिया। इस अवसर पर विधिक सेवा कार्यालय के पेसकार रंजीत दुबे, दीपक कुमार मिश्र, अतुल कुमार श्रीवास्तव, बलवंत कुमार, जयप्रकाश प्रसाद का सहयोग सराहनीय रहा तथा उन लोगों ने पूरे न्याय परिसर की सफाई अपनी देखरेख में कराई। इस अवसर पर सभी पैनल अधिवक्तागण उपस्थित थे।