परवेज अख्तर/सिवान: उद्यमी बाज़ार में खादी परिचर्चा का आयोजन किया गया. जिसमें स्थानीय लोगों ने बढ़चढ़कर भाग लिया व बिहार खादी के प्रति अपने विचार भी रखें. जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक प्रबीर कुमार सिन्हा ने कहा कि “खादी ईमानदारी, समर्पण व मानव संसाधन का जरिया है. खादी भारत की धरोहर, गणतंत्र और आजादी का प्रतीक है. खादी ग्रामोद्योग बोर्ड पटना के मेला प्रभारी शिवम कुमार सिन्हा ने कहा कि “गाँधी जी का सपना था कि प्रत्येक भारतवासी स्वावलंबी बने. इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने हमें खादी का मंत्र दिया.
खादी ग्रामोद्योग पदाधिकारी छपरा के कमलेश कुमार त्रिवेदी ने कहा कि ”खादी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण परिधान है. इसे सभी को अपनाना चाहिए. बताते चलें कि अबतक करीब आठ हजार लोगों ने अभी तक खादी मेला का लुफ़्त उठा चुके हैं. मेला में खादी कपड़ा, बंडी, अचार, खिलौना, कारपेट, हंडलूम से संबंधित सामग्री महिलाओं से संबंधित चूड़ी, सूट एंव सिल्क की साड़ी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.