अधिकारी जगह की कमी बता अधिकारी झाड़ लेते हैं अपना पल्ला
परवेज अख्तर/सिवान: सदर अस्पताल में भले ही दावा किया जाता हो कि यहां हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन, हकीकत कुछ और ही है। मरीजों की हालत गंभीर को देखकर उन्हें सदर अस्पताल से पटना रेफर कर दिया जाता है। इस रेफर के चक्कर में कई मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण सदर अस्पताल में आइसीयू वार्ड का नहीं होना है। आइसीयू नहीं होने की वजह से मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पाता है। बता दें कि नई बिल्डिंग बनने को लेकर आइसीयू वार्ड को तोड़ दिया गया था। इसके बाद से अभी तक इसकी दूसरी जगह व्यवस्था नहीं की गई। आइसीयू वार्ड की सुविधा नहीं मिलने के कारण अस्पताल के मरीज व उनके स्वजन आर्थिक व साथ मानसिक रूप से परेशानी झेलते हैं। सदर अस्पताल के चिकित्सक आइसीयू की सुविधा नहीं होने का हवाला देकर मरीजों को सीधे पटना या गोरखपुर रेफर कर देते हैं। ऐसे में जब अधिकारियों से इसको लेकर सवाल जवाब किया जाता है तो वे जगह की कमी बता अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
कहते हैं अधिकारी
सदर अस्पताल का आइसीयू भवन टूटने के कारण आईसीयू की सेवा उपलब्ध नहीं है। जल्द ही जगह का चयन कर चार बेड का आइसीयू शुरू कर दिया जाएगा।
एसरारूक हक, प्रबंधक सदर अस्पताल सिवान