परवेज अख्तर/सिवान: नर्सिंग का काम सबसे अनूठा कार्य है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो सीधे इंसानियत की सेवा से जुड़ा है। पीड़ित मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। उक्त बातें मगध विश्वविद्यालय गया के कुलपति डा. प्रो. शशि प्रताप शाही ने शहर के टाउन हाल में शनिवार को दक्ष बीएससी नर्सिंग कालेज एंड हास्पिटल द्वारा आयोजित लैंप लाइटिंग तथा ओथ टेकिंग सेरेमनी के दौरान कही। उन्होंने कहा कि किसी भी चिकित्सकीय संस्थान में नर्स मरीजों के इलाज के लिहाज से रीढ़ होती हैं। नर्सिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद नर्सों को मरीजों की सेवा बेहद ही ईमानदारी, निष्पक्ष व मनोयाेग से करनी चाहिए। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मगध विश्वविद्यालय गया के कुलपति डा. प्रो. शशि प्रताप शाही, आइजीआइएमएस पटना के डिप्टी डायरेक्टर डा. मनीष मंडल, बीएनआरसी पटना की निबंधक निर्जला कुमारी, वरिष्ठ पत्रकार स्वयं प्रकाश, एनएमसीएच की प्राचार्या गीतांजलि कुमारी सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम के दौरान सभी छात्र-छात्राओं ने कैंडल जलाकर मानव सेवा, दृढ़ता, कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण की भावना रखने की शपथ ली।
इस दौरान प्रशिक्षु छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य व गीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। कुलपति ने बदलते दौर में खुद को हर वक्त अपग्रेड करने की भी सलाह दी। इस अवसर पर प्रशिक्षु छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य व गीत प्रस्तुत किया। उन्होंने विद्यार्थियों के अंदर काक चेष्टा, बको ध्यानम , स्वान निंद्रा, अल्प आहारम एवं गृह त्यागी जैसे गुणों के विद्यमान होने की महत्ता के बारे में समझाया। कालेज के निदेशक डा. जितेश कुमार सिंह ने कहा कि नर्सिंग मानवीय सेवा का सबसे बड़ा क्षेत्र है। नवजात बच्चे से लेकर वृद्ध-बुजुर्ग की सेवा का जो अवसर नर्सिंग के क्षेत्र में मिलता है। मौके पर अमित कुमार चतुर्वेदी, अर्जुन साह, दुर्गा प्रताप सिंह, शिवधारी दुबे, ललितेश्वर राय, सुजीत कुमार राय, सरिता राय, संध्या राय, डा. अनिल कुमार सिंह, प्रो. अभय कुमार सिंह, आशुतोष कुमार सिंह, पूजा देवी, प्रीति त्रिपाठी, प्राचार्य भूपेश राठौर सहित अन्य मौजूद थे।