परवेज अख्तर/सिवान: जमीन की रजिस्ट्री में माडल डीड को लागू कर कातिबों की भूमिका समाप्त करने को लेकर बुधवार को जिला दस्तावेज नबीस संघ ने विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला निंबंधन कार्यालय सहित अन्य अवर निबंधन कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। जिला दस्तावेज नबीस संघ के कर्मी सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे थे। हड़ताल कर रहे कातिबों ने बताया कि बिहार सरकार के निबंधन एवं मद्य निषेघ विभाग के अपर सचिव के.के. पाठक की अदूरदर्शी नीतियों के कारण जमीन रजिस्ट्री की दिशा में बड़ा बदलाव किया गया है। सरकार द्वारा कातिबों की भूमिका को जमीन रजिस्ट्री से खत्म करते हुए जमीन की खरीद बिक्री करने वालों को खुद माडल डीड भरकर रजिस्ट्री कराने व रजिस्ट्री कार्यालयों में जमीन फ्लैट की रजिस्ट्री में कातिब की भूमिका को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
कहा कि रजिस्ट्री कराने आ रहे लोगों को माडल डीड रास नहीं आ रही है। कातिब के बिना कोई भी रजिस्ट्री सुलभ तरीके से हो पाना संभव नहीं है। माडल डीड के नियमों के अनुसार अगर काम होगा तो गरीब लोगों को भी काफी परेशानी होगी। कई लोग जमीन बेचने के लिए आते हैं, जो अनपढ़ होते हैं। माडल डीड के अनुसार उन्हें अपना दस्तावेज खुद बनाना होता है, ऐसे में उन्हें परेशानी होगी। इस संबंध में जिला अवर निबंधन पदाधिकारी तारकेश्वर पांडेय ने बताया कि सरकार के निर्देश के अनुसार कार्य किया जा रहा है। सरकार का जो भी गाइडलाइन आएगा, उसी के मुताबिक काम होगा। वहीं बड़हरिया, बसंतपुर सहित अन्य सभी अवर निबंधन कार्यालयों में भी कामकाज ठप रहा।