परवेज अख्तर/सिवान: शहर स्थित राजा सिंह महाविद्यालय में गुरुवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में अंगदान महोत्सव मनाया गया। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की पहल पर युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप डॉ मिर्जा इम्तियाज बैग ने बताया की मृत्यु के पश्चात हम अपने महत्वपूर्ण अंगों को दूसरों के जीवन दान हेतु दान कर सकते हैं। परंतु इसमें परिवार की सहमति आवश्यक है । शरीर में जिस अंग की संख्या दो है जैसे किडनी, कॉर्निया आदि उनको हम जीवन रहते जबकि जो अंग संख्या में एक है। जैसे दिल,मस्तिष्क को मृत्यु के बाद दान कर दूसरों के जीवन में खुशहाली ला सकते हैं।
कार्यक्रम पदाधिकारी बोलेंद्र कुमार अगम ने अंगदान के महत्व को बताते हुए मनोज बाजपेई अभिनीत ट्रैफिक फिल्म की चर्चा की जिसमें 4 घंटे के भीतर दिल को मुंबई से पुणे ट्रांसपोर्ट करने की कहानी है। यह हमें अंगदान हेतु प्रेरित करती है।अध्यक्षीय भाषण में डॉ मनोज कुमार ने बताया कि मृत्यु के कुछ समय पश्चात भी कुछ अंग कार्यरत रहते है। जिन्हें दान दिया जा सकता है। इस अवसर पर सभी स्वयंसेवकों एवं अध्यापकों ने मृत्यु के पश्चात अंगदान हेतु शपथ लिया ।कार्यक्रम में डॉ श्याम शंकर, डॉ मनोज कुमार सिंह, डॉ शैलेश कुमार राम, डॉ ऋतुराज, प्रो मिर्जा इम्तियाज अहमद डॉ शैलेश कुमार आदि तथा स्वयंसेवकों में सलोनी, काजल, अंजलि, दीपा, दामिनी, पूजा, सपना, शिवानी, मुस्कान, करिश्मा, तनु, शिल्पी, रिमा, निभा, शिल्पा, शिम्पी, अमन, लकी आदि उपस्थित रहे।