परवेज अख्तर/सिवान: जिले के बसंतपुर, आंदर आदि प्रखंडों में सोमवार को मजदूर दिवस मनाया गया। इस मौके पर मजदूरों की दशा व दिशा पर चर्चा की गई तथा उन्हें अपने हक व अधिकार के लिए संगठित होने पर बल दिया गया। जानकारी के अनुसार बसंतपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी आश्रम में सोमवार को आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक के तत्वावधान में मजदूर दिवस मना गया। इस मौके पर “वर्तमान परिवेश और नेताजी सुभाषचंद्र बोस” शीर्षक पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी में मजदूरों के दशा व दिशा पर चर्चा की गई। अपने अध्यक्षीय संबोधन में पूर्व जिला पार्षद सह फारवर्ड ब्लाक के अध्यक्ष रामायण सिंह ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा मजदूरों की दशा सुधारने की दिशा में अब तक कोई कारगर कदम नहीं उठाई गई है।
परिणाम स्वरूप मजदूर कम मजदूरी में अधिक समय तक काम करने को विवश हैं। उन्होंने कहा कि इसका मूल कारण पूंजीवादी, निजीकरण, सांप्रदायिकता है। उन्होंने कहा कि आज की स्थिति में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विचारधारा के संवैधानिक मूल्यों को लागू करने की जरूरत है। केंद्र एवं राज्य सरकार के पास मजदूरों के हित एवं बेरोजगार युवाओं के लिए कोई विजन नहीं है। मुख्य वक्ता वीरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि भारत के 35 करोड़ बेरोजगारों को भारत के संविधान के तहत रोटी, कपड़ा, मकान, रोजगार एवं शिक्षा जरूर मिलनी चाहिए, लेकिन यह उपलब्ध कराने में सरकार विफल है।
इस मौके पर वागेश्वर प्रसाद, श्रीकांत प्रसाद, दिलीप शर्मा, रवींद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, फिरोज खां आदि उपस्थित थे। वहीं दूसरी ओर आंदर प्रखंड के उज्जैन के बंगरा गांव में भाकपा माले द्वारा मजदूर दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ खेग्रामस के प्रखंड अध्यक्ष कृष्णा राम ने पार्टी के ध्वजारोहण से किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनिया के मजदूर जब तक संगठित नहीं होंगे तब तक उन्हें सम्मान नहीं मिलेगा। उन्होंने बाबा आंबेडकर साहब के उद्देश्य शिक्षित बनो, संगठित हो एवं अपने अधिकार के लिए संघर्ष करो आदि विचारों को आत्मसात करने पर बल दिया। इस मौके पर काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।