परवेज अख्तर/सिवान: कालाजार उन्मूलन की दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। कालाजार उन्मूलन में सामुदायिक जागरुकता के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीसीआई संस्था के सहयोग से कालाजार प्रभावित गांवों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान विशेषकर गोरेयाकोठी प्रखंड के 12 तथा महाराजगंज के दो गांवों में चलाया जा रहा है। जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डा. एमआर रंजन ने बताया कि नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कालाकारों द्वारा कालाजार से बचाव, इलाज तथा उसके लक्षण के बारे में नाटक का मंचन कर जानकारी दी जा रही है।
कालाजार उन्मूलन के लिए सतर्कता और जागरूकता जरूरी :
पीसीआई के आरएमसी जुलेखा फातमा ने बताया कि कालाजार उन्मूलन के लिए सतर्कता और जागरुकता जरूरी है। यदि कालाजार लक्षण वाले व्यक्ति दिखें तो उन्हें तत्काल जांच कराने तथा सरकारी अस्पताल पर इलाज कराने की सलाह दें। उन्होंने मरीजों से आह्वान किया है कि यदि उनके गांव व घर के आस-पास कालाजार के लक्षण वाले व्यक्ति दिखें तो इसकी सूचना आशा कार्यकर्ता व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को दें, ताकि उनकी भी जांच व उनका उपचार हो सके।
ये लक्षण आए तो कराएं उपचार :
लगातार रूक-रूककर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना, वजन में लगातार कमी होना, शारीरिक दुर्बलता, मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना आदि लक्षण मिलने पर यथाशीघ्र उपचार कराना चाहिए।