परवेज अख्तर/सिवान: बभनौली के पूर्व मुखिया प्रत्याशी दिलीप सिंह की हत्या में शामिल अपराधियों का पता लगाने में पुलिस जुट गयी है। दिलीप की मोबाइल के कॉल रिकार्ड के साथ अन्य पहलू की गहराई से जांच कर चल रही है। रास्ते में आने वाले लगभग भी सीसीटीवी के फुटेज को निकाला जा रहा है। क्योंकि, इससे कुछ सुराग मिलने की उम्मीद दिख रही है। मालूम हो कि पूर्व मुखिया प्रत्याशी का शव यूपी में पाया गया था। वहां से लाए जाने के बाद परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई । इसपर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी पुलिस को इंतजार है।
यूपी व बिहार के अपराधियों पर नजर
सूत्रों का कहना है कि पुलिस हाल के विवाद को जांच के दायरे में ला सकती है। वारदात में यूपी के साथ बिहार के अपराधियों के शामिल होने की आशंका जतायी जा रही है। पुलिस का कहना है कि हत्या में किसी करीबी के भी शामिल होने से इंकार नहीं किया जा सकता । तीन साल पूर्व भी एक चिकित्सक की हत्या इसी रास्ते पर यूपी जाने के क्रम में हुई थी। इस घटना के बाद शाम को उस रास्ते से यूपी में आने जाने वाले व्यवसायी सहमे हुए हैं। यूपी के ग्रामीण क्षेत्र के लोग मैरवा बाजार में आने वाले उस रास्ते का उपयोग करते हैं।
दिलीप के मोबाइल का पता लगा रही पुलिस
दिलीप सिंह के मोबाइल फोन का पता लगाने का प्रयास हो रहा है। घटना के समय उस फोन पर कुछ लोगों ने वहां मौजूद ग्रामीणों से बात की थी। हालांकि मौके पर पहुंचने पर फोन नहीं मिलने की बात लोग बता रहे हैं। स्थानीय लोगों ने दुर्घटना की सूचना दी थी। मृत दिलीप सिंह के पुत्र अमन ने अज्ञात लोगों पर हत्या की आशंका जताते हुए आवेदन दिया है। थनाध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि वारदात में शामिल अपराधियों का पता लगाने का प्रयास हो रहा है। पुलिस की जांच चल रही है। जांच के बाद ही मौत के कारणों का सही खुलासा हो सकेगा।