परवेज अख्तर/सिवान: मंडल कारा में बंद 35 बंदियों को स्वरोजगार को बढ़ावा मिल सके इसके लिए ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंडल कारा में इसकी पूरी तैयारी कर ली गई। तीन से चार दिन बाद प्रशिक्षण देने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा, ताकि प्रशिक्षण लेने के बाद जब बंदी मंडल कारा से बाहर निकले तो वह स्वरोजगार कर काम कर सकें और अपना व अपने परिवार का भरण पोषण आसानी से कर सकें। मंडल कारा अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि मंडल कारा में बंद 35 बंदियों को प्रशिक्षण आरसेटी द्वारा दिया जाएगा।
इन बंदियों द्वारा कम समय में ही जूट थैला , पेपर बैग , जूट के खिलौने तथा मूर्ति आदि का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। गुणवत्ता युक्त सामग्री का निर्माण पर होगा। निर्मित सामग्री कम कीमत में लोगों को उपलब्ध होगी । इस प्रकार के स्वरोजगा रोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा निश्चित रूप से अपराध में कमी आएगी। इस हुनर का उपयोग बंदी मंडल कारा से बाहर निकलने के बाद अपना और अपने परिवार के भरण पोषण में इसका उपयोग अर्थ उपार्जन में आसानी से कर सकती है। उसे स्वरोजगार का रूप दिया जा सकता है। जिससे स्वरोजगार को बढ़ावा मिल सके।